हादसे में जान गंवाने वाली बाईपुर, सिकंदरा की मोनिका वर्मा सेंट एंडूज स्कूल, पीलीपोखर में कला की शिक्षिका थीं। उनके पति रविंद्र वर्मा की कैलाश मोड़ पर जय स्वीट्स हाउस के नाम से दुकान है। दो वर्ष का बेटा आयुष है। स्कूल की छुट्टी होने के बाद वाटर वर्क्स चौराहे तक स्कूल की वैन से आती थीं। वहां से उन्हें पति रविंद्र बाइक से घर ले जाते थे। शनिवार को रविंद्र को कुछ काम था। इसलिए मोनिका ने कहा कि वह गुरुद्वारा गुरु के ताल तक आटो से आ जाएगी, वहां से ले जाना। दोपहर तीन बजे बाइक से रविंद्र गुरुद्वारा गुरु के ताल के पास पहुंचे।
अथर्व ने छोटी बहन का पहला जन्मदिन 12 नवंबर को धूमधाम से मनाया था। उसका अपना जन्मदिन नौ अप्रैल को पड़ता था। इस बार जन्मदिन पर पिता से बैडमिंटन रैकेट लेने फरमाइश पहले से कर रखी थी। छोटी बहन नचिता एक साल की है। बेटे अथर्व के शव देख बिलखती मां कुमकुम बार बार बेहोश हो रही थीं। होश आने पर कहती-एक बार तो मां कहकर पुकारो मेरे लाल…फिर बेहोश हो जातीं। मां को शव लिपट रोता देख वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें भर आईं।
आवास विकास कालोनी की रहने वाली योगेंद्र शर्मा और कुमकुम शर्मा का अथर्व इकलौता बेटा था। पिता फाइनेंस कंपनी में काम करते हैं। अथर्व को माता-पिता पिकनिक पर भेजने को तैयार नहीं थे। उसने दादी को पिकनिक पर भेजने के लिए मनाया था। उनसे वादा लिया था कि पिकनिक के बाद वही उसे लेकर आएंगी। दादी रेखा शर्मा अथर्व को पिकनिक के बाद स्कूल से लेकर आ रही थीं। दादी रेखा शर्मा के बिना वह एक पल भी नहीं रहता था। मां से ज्यादा दादी से प्यार करता था। एक साल पहले ही उसका प्रवेश रामबाग के स्कूल में कराया था। पिता रोज छोड़ने जाते थे। शनिवार को स्कूल की ओर से पिकनिक गई थी। इसके लिए उसने दादी से जिद करके नया बैग लिया था। शाम को मां कुमकुम को अथर्व और रेखा शर्मा की मौत की खबर मिली तो बेहोश हो गईं।
फिरोजाबाद के नारखी के रहने वाले 22 वर्षीय प्रेमकिशोर न्यू आगरा इंजीनियर्स कालोनी में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। प्रेमकिशोर की जेब से संकल्प स्मार्ट लाइब्रेरी की पर्ची मिली थी। इससे उनकी पहचान हो सकी। पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे पिता संतोष शर्मा ने बताया कि वे खेती करते हैं प्रेमकिशोर होनहार था। वह उसे अधिकारी बनाना चाहते थे। एसएससी व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था ।दो दिन पहले उसने दिल्ली पुलिस की लिखित परीक्षा दी थी। आटो में बैठकर वह सिकंदरा पर दोस्त को कुछ पेपर देने जा रहा था। वहां पहुंचने से पहले ही हादसे में उसकी मौत हो गई।
हादसे में जान गंवाने वाले ऑटो चालक बच्चू सिंह का परिवार बुरी तरह टूट चुका है। पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंची पत्नी राधा ने बताया कि उनके तीन बेटियां हैं। राधा घरों में काम करती थीं और पति किराए पर ऑटो लेकर चलाते थे। इसी से पूरे परिवार का खर्च चलता था। रोज की तरह सुबह वे ऑटो चलाने के लिए घर से निकले थे। शाम को उन्हें घर पहुंचना था, लेकिन उससे पहले हादसे की खबर आ गई। राधा का रो-रोकर बुरा हाल है। वह कह रही थी कि अब परिवार का खर्च कैसे चलेगा?
ताजगंज के ताल सैमरी में रहने वाले सुनील की बहन प्रीति की ससुराल सींगना में है। वह कुछ समय से बीमार थे। उनका उपचार चल रहा था। परिजनों ने बताया कि शनिवार को बहन के घर जाने के लिए निकले थे। भगवान टाकीज से ऑटो में बैठे थे। बहन के घर पहुंचने से पहले ही हादसा हो गया।
जिस सड़क हादसे पर मुख्यमंत्री ने दुख जताया, संज्ञान लिया। डीएम और डीसीपी सिटी भी मौके पर आ गए। उस घटना स्थल पर सर्किल के थाना प्रभारियों और चौकी प्रभारियों ने तत्काल आना उचित नहीं समझा। ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी नहीं आए। घटना स्थल पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने एक घंटे तक जाम खुलवाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया। वहीं इस मामले में प्रवर्तन एआरटीओ आलोक कुमार ने बताया कि शहर और देहात में ऑटो चल सकते हैं, लेकिन नेशनल हाइवे पर नहीं चल सकते हैं। इस हादसे में यातायात नियमों की अनदेखी की गई है।
नेशनल हाईवे 19 पर गुरु का ताल पर दर्दनाक हादसे से डेढ़ घंटा पहले न्यू आगरा क्षेत्र में एसआरके मॉल के सामने हादसा हुआ। बाइक सवार व्यक्ति को एटा डिपो की बस ने पीछे से टक्कर मारी। बाइक सवार गिर पड़ा। बस का पहिया ऊपर से निकल गया। एसओ न्यू आगरा राजीव कुमार ने बताया कि गांव नगला अमान, नारखी (फिरोजाबाद) निवासी उदयवीर सिंह प्राइवेट स्कूल में शिक्षक थे। बाइक से अपनी बहन के घर मथुरा जा रहे थे। भगवान टॉकीज फ्लाईओवर से नीचे उतरते ही एसआरके मॉल के सामने हादसा हुआ। एटा डिपो की बस ने बाइक में साइड से टक्कर मारी थी।