प्रोफेसर सुगम आनंद ने बताया- इतिहास पढ़ने से व्यक्तिव का परिष्कार होता है। भला-बुरा समझने की शक्ति आती है। अपने इतिहास से परिचत होता है कि पहले क्या घटा था और किस राह पर आगे चल रहा है। आज के समय में बात करें तो इतिहास में भी नौकरी के अवसर हैं। बहुत सारे क्षेत्र हैं तो इतिहास में खुले हुए हैं। आर्काइव स्टडीज, म्यूजियोलॉजी, पुरातत्व विभाग और पर्यटन क्षेत्र में जॉब के तमाम अवसर हैं। बहुत सारे ऐसे क्षेत्रों में जॉब के अवसर हैं, जिनमें जाने के लिए इतिहास की जानकारी होना आवश्यक है। सिविल सर्विसेज की परीक्षा में इतिहास आवश्यक है। इतिहास के शिक्षक बन सकते हैं। पर्यटक गाइड बनने के लिए इतिहास की जानकारी होनी चाहिए। प्राचीन अभिलेखों के संरक्षण के लिए भी इतिहास की जानकारी जरूरी है। पुरातत्व विभाग में अन्वेषण करना है या वहां जॉब चाहते हैं तो इतिहास की जानकारी होनी चाहिए।
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय (आगरा विश्वविद्यालय) में पर्यटन विभाग है, जहां पर्यटन से संबंधित पाठ्यक्रम चलते हैं। इतिहास विभाग में एमए और एमफिल के अतिरिक्त आर्काइव स्टडीड और म्यूजियोलोजी का डिप्लोमा है। इनके माध्यम से विद्यार्थी अपना भविष्य संवार सकते हैं। PG. Diploma in Archival Studies एक साल का है। इसमें 30 सीट हैं। प्रवेश मैरिट के आधार पर मिलता है। एमफिल एक वर्षीय कोर्स है और 20 सीट हैं। प्रवेश लिखित परीक्षा के आधार पर दिया जाता है। एएम हिस्ट्री दो साल का पाठ्यक्रम है, जिसमें प्रवेश मैरिट के आधार पर दिया जाता है। विश्वविद्यालय के पास अपना समृद्ध पुस्तकालय है। प्राचीन, मध्ययुगीन, आधुनिक और भारतीय इतिहास पर शोध किया जा सकता है। जुलाई में प्रवेश प्रक्रिया शुरू होती है।