डॉ. मदन मोहन शर्मा ने बताया कि इस मूवी में कई सीन और डायलॉग ऐसे हैं, जिसमें ब्राह्मण समाज की अच्छी छवि एवं प्रतिष्ठा को धूमिल किया जा रहा है, जिससे हिंदू समाज और हिंदू समाज के अन्य जातियों में ब्राह्मण समाज के प्रति वैमनस्यता फैल रही है। आज के युग में बॉलीवुड ब्राह्मण को पाखंडी बनिए को ठग एवं राजपूत को गुंडे के रूप में प्रदर्शित कर रहा है, जो कि हिंदू समाज के लिए और उसके अच्छी छवि के लिए बहुत ही निराशाजनक बात है। ब्राह्मण जो कि अपना पूजा पाठ कर के सभी धर्मों एवं समुदाय में शांति की प्रार्थना करता है, लेकिन इस मूवी में ब्राह्मण समुदाय को बलात्कारी दुराचारी आदि बताया गया है, जिससे कि ब्राह्मण समुदाय की छवि को धूमिल किया जा रहा है।
गत माह 30 मई 2019 को आर्टिकल 15 मूवी का टीजर एवं ट्रेलर रिलीज किया गया, जिसमें पाया गया कि इस मूवी में ब्राह्मण समाज को बलात्कारी एवं दुराचारी बताया गया है, जो कि हिंदू समाज की सभी जातियों के बीच में भेदभाव वैमनस्यता पैदा करता है। सभी गणमान्य व्यक्तियों ने अपील की है कि भविष्य में ऐसे कोई भी मूवी ना बने, जिससे सामाजिक पर जातीय भेदभाव पैदा हो। यह मूवी बदायूं रेप कांड 2014 की सत्य घटना पर आधारित है, जिसमें आरोपी गैर ब्राह्मण व्यक्ति थे, लेकिन इस मूवी में आरोपियों को ब्राह्मण बताया गया है। डॉ. मदन मोहन शर्मा बताया गया है पूरे ब्राह्मण समुदाय की छवि मान प्रतिष्ठा को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है, इस मूवी को लेकर ब्राह्मण समाज के लोगों में बहुत आक्रोश है। श्याम किशोर दीक्षित दुर्गेश शुक्ला ने सभी ब्राह्मण संगठनों के द्वारा यह विरोध प्रदर्शन किया गया हैं, जिसमें कि ब्राह्मण समाज के द्वारा वाद दायर किया गया था। 28 जून को प्रदर्शन में डॉ. मदन मोहन शर्मा, श्याम किशोर दीक्षित, दुर्गेश शुक्ला, हरिओम पंडित, ममता पचौरी, अनामिका मिश्रा, शोभित भार्गव, अभिषेक आयुष पांडे, नकुल सारस्वत, रवि सिसोंदिया आदि उपस्थित थे।