अमित शाह ने कहा कि 70 साल तक देश पर शासन करने वाले आज पूछ रहे हैं, कि चार साल की भाजपा सरकार ने देश को क्या दिया। जबाव तो जनता उनसे भी मांग रही है कि उनकी चार पीढ़ियों ने देश को क्या दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के उन गरीबों के बारे में सोचा, जिनको आजादी के बाद किसी ने नहीं देखा। देश की उन मां के बारे में सोचा, जो चूल्हे की आग में न चाहते हुए भी चार सौ सिगरेट का धुआं अपने फेफड़ों में बसा लेती थीं। मुद्रा योजना से उन युवाओं के बारे में सोचा, जिनके लिए पिछली सरकारों ने बैंक के दरवाजे बंद कर रखे थे।
अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने जब कहा कि पकोड़ा बेचना भी रोजगार है। तो इस बयान पर राजीनीति हुई। उन्होने कहा कि यदि देश का युवा पकोड़ा बेचकर अपना जीवन यापन करता है, तो वो भी देश के विकास में कहीं न कहीं मील का पत्थर साबित हो रहा है। मुद्रा योजना के माध्यम से देश के 12 करोड़ युवाओं को एक से दो लाख का लोन दिया गया। इस लोन से इन युवाओं ने अपने छोटे छोटे रोजगार खोले। देखने में ये रकम बहुत छोटी है, लेकिन उन युवाओं से विपक्षी पूछें, कि इस रकम ने उन्हें सम्मान के साथ जीवन यापन करने का एक साधन दिया है।