रविवार को एसएसपी अमित पाठक ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि चेकिंग के दौरान एक एसयूवी को रोकने का प्रयास किया गया था। लेकिन, गाड़ी ने भागने की कोशिश की तो पुलिस ने घेराबंदी कर गाड़ी को रोक लिया। जब पुलिस ने जांच की और नाम पता किया गया तो पता चला कि श्याम बोहरा नामक व्यक्ति निकला। जो सट्टा का काम कर रहा था। एसएसपी ने थाना छत्ता में बताया कि श्याम बोहरा से जब पूछताछ की गई तो उसने बताया कि पिछले कुछ दिनों से इंटरनेशनल क्रिकेट मैच और फुटबॉल से जुड़े मैच में सट्टा खिला रहा है। पुलिस कस्टडी में होने पर भी श्याम बोहरा के फोन पर लोग बोली लगा रहे हैं। एसएसपी ने बताया कि उसके फोन का इनबॉक्स भरा पड़ा है। अभी और जानकारी की जा रही है कि अवैध रूप से रुपया कहां कहां है। कासना थाने में एसटीएफ और नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वर्तमान में भी श्याम बोहरा ने सट्टा खिलाने की पुष्टि की है। अभी पुलिस और पूछताछ कर रही है। इससे पहले भी 2015 में गिरफ्तारी हुई थी। पूछताछ में बताया कि आगरा में दबाव बढ़ने के बाद नोएडा से सट्टा का काम शुरू किया था। श्याम बोहरा ने पूछताछ में बताया कि 50 नाम खुद इन्होंने बताए हैं। जिनसे 1 एक लाख से एक करोड़ का लेन देन होना है। श्याम बोहरा को लग रहा था कि गिरफ्तारी होने के बाद जब जमानत हुई तो पुलिस ने ट्रैकिंग बंद कर दी होगी। लेकिन, पुलिस लगातार श्याम बोहरा को ट्रैक कर रही थी। व्हाट्सएप कॉलिंग और एसएमएस के जरिए के सट्टा का काम चल रहा था। पुलिस अभी बारीकी से पूछताछ कर रही है।
सट्टा किंग के पकड़े जाने के बाद भाजपा नेता दहशत में
सट्टा किंग के पुलिस गिरफ्त में आने के बाद समाजसेवी और भाजपा नेता दहशत में आ गए है। एसएसपी ने पूछताछ की है। जिसमें श्याम बोहरा ने कई ऐसे नाम कबूल किए हैं जो आगरा में बड़ा खेल करते थे। एसएसपी का कहना है कि अभी प्रारंभिक पूछताछ में ही बहुत कुछ हाथ लगा है। जल्द ही श्याम बोहरा के सहयोगी भी पुलिस की गिरफ्त में होंगे। ऐसे में समाजसेवी का तमगा हासिल करने की जुगत में लगे नेताजी चिंता में घिर गए हैं।