लिव इन रिलेशनशिप में रहना चाहती है छात्राएं
छात्राओं की माने तो घर वाले उन्हें उनकी मनमर्जी करने से रोकते हैं। इसी के चलते यह छात्राएं लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगी है। इतना ही नहीं उनकी परेशानी यह है कि हर 6 महीने या फिर 1 साल के बाद पार्टनर बदल देती है। जब इनके पार्टनर इनकी शिकायतें लेकर पहुंचे। तब मामलों का खुलासा हुआ है। 10 दिन में 15 छात्राओं की शिकायतें पहुंची है। जिनमें से कुछ छात्राओं ने भी शिकायत की है। एक ही कॉलेज की छात्राओं के इस प्रकार के मामले हैं। जिनमें से तीन छात्रों की एक साल से काउंसलिंग चल रही है।