बेटी खुशी दोनों पैरों से थी दिव्यांग
घटना की जानकारी सुबह करीब आठ बजे हो सकी। कटरा वजीर खां निवासी चंद्र प्रकाश जूता कारीगर था। मकान में पहली मंजिल पर भाई इंद्रजीत और भूतल पर चंद्र प्रकाश रहता था। चार साल पहले उसकी पत्नी रेखा की मौत हो गई थी। 14 वर्षीय बेटी खुशी दोनों पैरों से दिव्यांग थी। चंद्रप्रकाश ने डेढ़ साल पहले सीमा नाम की महिला से दूसरी शादी की थी। चंद्रप्रकाश पिछले आठ माह से बेरोजगार था। रविवार को झगड़े के बाद दूसरी पत्नी सीमा अपने मायके चली गई थी।
पिता-पुत्री घर में थे अकेले
पिता-पुत्री अकेले रह गए थे। सुबह इंद्रजीत पहली मंजिल से भाई को चाय देने आए। कमरे में घुसे तो पलंग पर भतीजी का शव पड़ा था। वह भाई को आवाज देते हुए रसोई की तरफ गए। रसोई में चंद्रप्रकाश का शव फंदे पर लटका देख चीख निकल गई। चीख सुनकर आसपास के लोग और पुलिस आ गई। पुलिस ने कमरे और रसोई की तलाशी ली। जानकारी पर दिवंगत पत्नी रेखा के भाई सुनील व अन्य परिजन भी पहुंच गए। पुलिस ने बताया कि कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। रसोई में एक पुड़िया में कुछ पाउडर था, जिसे फॉरेंसिक टीम ने कब्जे में लिया है। आशंका है कि रात में इंद्रजीत ने खाने में विषाक्त पदार्थ मिलाया। बेटी को खिलाने के बाद खुद आत्महत्या कर ली।