रजा मुराद ने कहा कि ताजमहल महज एक खूबसूरत इमारत नहीं है। ताजमहल के बनने के पीछे मोहब्बत का एक जज्बा है, उसकी बहुत बड़ी अहमियत है। बिल्डिंग तो सभी खड़ी कर देते हैं, लेकिन इसके पीछे एक जज्बाती पहलू भी है। शहंशाह ने अपनी शरीक-ए-हयात से वादा किया था, कि वह उसकी याद में मोहब्बत की एक लाफानी इमारत खड़ी कर देगा। जिसे तकरीबन 20 साल लग गए। ये दुनिया में प्यार करने वालों के लिए एक जिंदा मिसाल है। ये एक ख्वाब था, शाहजहां का जो हकीकत में तब्दील हो गया और यही कारण है कि दुनिया के कोने कोने से लोग इस इमारत को देखने आते हैं।
शुक्रवार को तीन दिवसीय ग्लोबल इंटरनेशनल ताज फिल्म फेस्टिवल में शामिल होने के लिए आगरा पहुंचे। शनिवार की सुबह उन्होंने ताज का भ्रमण किया। वो करीब एक घंटे तक ताजमहल परिसर में रहे। इस दौरान ताजमहल के साये में रजा मुराद ने जमकर फोटो भी खिंचवाए। वहीं पर्यटकों ने जब फिल्मी अभिनेता देखा तो उनके साथ सेल्फी लेने वालों की होड़ सी लग गई।