दरअसल पाली जिले में कल देर रात कोतवाली क्षेत्र से होकर गुजरने वाली बांडी नदी के निकट कुछ कटे सिर फेंक दिए गए। हिंदू संगठनों का कहना था कि ये कटे सिर गौमाता के हैं, जबकि पुलिस का कहना है कि ये कटे सिर भैंस के भी हो सकते हैं। सिरों के अवशेष हैं, उन पर चमड़ी नहीं है। इस कारण उनको जांच के लिए भेजा गया है। लेकिन इस घटना के बाद हिंदू संगठनों ने शहर में कई जगहों पर बसें रोक दी और नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान पाली से जयपुर की ओर से जाने वाली रोडवेज बस और कुछ कार ड्राइवरों को भी भीड़ ने रोक दिया था।
देर रात अचानक भीड़ बढ़ने लगी तो इसी दौरान एक स्कोर्पियो चालक तेजी से वहां गाड़ी दौड़ाता हुआ लाया और भीड़ के एकदम नजदीक रोक दी। उसके बाद वहां भगदड़ मच गई। पुलिस ने भी लाठियां भांजी। बाद में कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। पुलिस अफसरों ने बताया कि आसपास के क्षेत्र में लगे कैमरों की मदद ले रहे हैं। अवशेषों को जांच में ले लिया है। फिलहाल कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा कि ये अवशेष गौमाता के हैं या फिर भैंस के।