दुनिया का सबसे बड़ा पूरी तरह से स्टीरेबल रेडियो टेलीस्कोप
यह शहर
संयुक्त राज्य अमेरिका के नेशनल रेडियो क्वाइट जोन (NRQZ) में स्थित है। यह विशिष्ट क्षेत्र 1958 में स्थापित किया गया था और यह 33,000 वर्ग किमी में फैला हुआ है। नेशनल रेडियो क्वाइट जोन का उद्देश्य रेडियो फ्रीक्वेंसी हस्तक्षेप को कम करना है। एनआरक्यूजेड में ग्रीन बैंक ऑब्जर्वेटरी स्थित है, जिसमें दुनिया का सबसे बड़ा पूरी तरह से स्टीरेबल रेडियो टेलीस्कोप है। इसलिए यहां वाई-फाई इंटरनेट कनेक्शन, माइक्रोवेव ओवन जैसी किसी भी वस्तु की अनुमति नहीं है, जो विद्युत चुंबकीय तरंगें उत्पन्न कर सकती है।
यह है इसका प्रमुख कारण
ग्रीन बैंक, वेस्ट वर्जीनिया में इंटरनेट, वाईफाई, फोन, और माइक्रोवेव जैसी आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस पर प्रतिबंध होने के पीछे एक खास वैज्ञानिक और तकनीकी कारण है। इसे नेशनल रेडियो क्वाइट जोन (NRQZ) कहा जाता है, जो एक विशिष्ट क्षेत्र है, जहां विद्युत चुंबकीय हस्तक्षेप को न्यूनतम रखने की कोशिश की जाती है। अब यह समझते हैं कि ऐसा क्यों किया जाता है: रेडियो फ्रीक्वेंसी हस्तक्षेप (RFI) की समस्या
ग्रीन बैंक में स्थित ग्रीन बैंक ऑब्जर्वेटरी में दुनिया का सबसे बड़ा पूरी तरह से स्टीरेबल रेडियो टेलीस्कोप है। यह टेलीस्कोप रेडियो तरंगों को पकड़ने और ब्रह्मांड से मिलने वाली सूचनाओं का अध्ययन करने के लिए उपयोग किया जाता है। रेडियो टेलीस्कोप की कार्यप्रणाली इस पर निर्भर करती है कि इसे बहुत ही छोटी और कमजोर रेडियो तरंगों को पकड़ने की क्षमता हो। यदि आसपास कोई अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे कि वाईफाई, मोबाइल फोन, माइक्रोवेव या अन्य कोई उपकरण जो रेडियो तरंगें उत्पन्न करता है, तो इससे रेडियो टेलीस्कोप पर फ्रीक्वेंसी हस्तक्षेप ( Interference) हो सकता है। इससे टेलीस्कोप की सटीकता प्रभावित हो सकती है और उसे अध्ययन में मुश्किल हो सकती है।
नेशनल रेडियो क्वाइट जोन (NRQZ)
ग्रीन बैंक का यह क्षेत्र नेशनल रेडियो क्वाइट जोन (NRQZ) के रूप में जाना जाता है, जिसे 1958 में स्थापित किया गया था। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि रेडियो फ्रीक्वेंसी हस्तक्षेप को पूरी तरह से रोका जाए, ताकि वैज्ञानिक उपकरणों जैसे कि रेडियो टेलीस्कोप को बिना किसी परेशानी के काम करने का मौका मिले। यह क्षेत्र लगभग 33,000 वर्ग किमी में फैला हुआ है और इसमें कोई भी उपकरण, जो विद्युतचुंबकीय तरंगों का उत्सर्जन करता है, जैसे कि वाईफाई, मोबाइल फोन, माइक्रोवेव ओवन आदि, उन पर प्रतिबंध लगाया गया है।
इस व्यवस्था का वैज्ञानिक महत्व
ग्रीन बैंक ऑब्जर्वेटरी की खासियत यह है कि यह रेडियो टेलीस्कोप बेहद संवेदनशील है और यह बहुत छोटी रेडियो तरंगों को भी पकड़ सकता है, जो ब्रह्मांड के रहस्यों को उजागर करने में मदद करती हैं। इसके द्वारा प्राप्त जानकारी से खगोलशास्त्रियों को ब्रह्मांड के विकास, तारों, ग्रहों, और अन्य खगोलीय घटनाओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है। यदि रेडियो फ्रीक्वेंसी हस्तक्षेप होता है, तो टेलीस्कोप की क्षमता कम हो सकती है और वैज्ञानिक निष्कर्षों पर असर पड़ सकता है।
विद्युत चुंबकीय तरंगों का प्रभाव अहम कारण
रेडियो तरंगों के अलावा, लगभग सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ( जैसे मोबाइल फोन, वाईफाई, माइक्रोवेव) विद्युत चुंबकीय तरंगों का उत्सर्जन करते हैं। ये तरंगें कुछ खास आवृत्तियों पर होती हैं, जो कि रेडियो टेलीस्कोप के कामकाज में हस्तक्षेप कर सकती हैं। उदाहरण के लिए, माइक्रोवेव ओवन की तरंगें उसी आवृत्ति सीमा के आसपास होती हैं, जो रेडियो टेलीस्कोप के लिए संवेदनशील होती हैं।
पारंपरिक तरीकों पर जोर
इसलिए, ग्रीन बैंक के निवासी और आगंतुकों को आधुनिक तकनीकों का उपयोग करने की अनुमति नहीं है। इस क्षेत्र में लोग सड़क के संकेतों और पुराने नक्शों का उपयोग करके दिशा-निर्देश प्राप्त करते हैं, और GPS सिस्टम यहां काम नहीं करता। यही कारण है कि ग्रीन बैंक में न तो वाईफाई है, न इंटरनेट, न ही मोबाइल फोन और न ही माइक्रोवेव का उपयोग किया जा सकता है।
बिना बाहरी दखल के काम हो
बहरहाल इस प्रतिबंध का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ग्रीन बैंक ऑब्जर्वेटरी बिना किसी बाहरी हस्तक्षेप के अपने वैज्ञानिक कार्यों को पूरी तरह से कर सके, ताकि खगोलशास्त्रियों को ब्रह्मांड के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके।