क्या हो सकता है वैगनर आर्मी के साथ?
प्रिगोझिन के खात्मे के बाद उसकी वैगनर आर्मी के साथ क्या हो सकता है? हालांकि क्या होगा, इस बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दी होगा। पर आइए कुछ संभावनाओं पर नज़र डालते हैं।
1) वैगनर आर्मी का अंत
प्रिगोझिन के बाद उसकी वैगनर आर्मी का भी अंत हो सकता है। रूस के खिलाफ बगावत कर चुकी वैगनर आर्मी पर भरोसा करना पुतिन के लिए इतना आसान नहीं होगा और इस वजह से उसका अंत किया जा सकता है।
2) रुस की सेना में एंट्री
भले ही पुतिन के लिए वैगनर आर्मी पर भरोसा करना मुश्किल हो, पर पुतिन वैगनर लड़ाकों की काबिलियत से वाकिफ हैं। वैगनर आर्मी ने कई जंगों में रूस के लिए अहम भूमिका निभाई है। ऐसे में वैगनर आर्मी के इच्छुक लड़ाकों को रूस की सेना में एंट्री दी जा सकती है जिससे रूस की सेना की शक्ति बढ़े।
3) सामान्य ज़िंदगी
प्रिगोझिन के बाद वैगनर आर्मी के लड़ाके सामान्य ज़िंदगी जीने के लिए मजबूर भी हो सकते हैं। इसके लिए उन्हें हिंसा से दूर रहते हुए सामान्य ज़िंदगी से जुडी गतिविधियों में हिस्सा लेना पड़ेगा।
4) नया लीडर
नया लीडर पुतिन जानते हैं कि वैगनर आर्मी उनके लिए काफी काम की साबित हो सकती है। ऐसे में प्रिगोझिन के अंत के बाद उसकी आर्मी के लिए एक नया लीडर नियुक्त किया जा सकता है। हालांकि यह कहा नहीं जा सकता कि वह कौन होगा और वैगनर आर्मी को संभाल पाएगा या नहीं। पर पुतिन अपने वफादार को वैगनर आर्मी का लीडर बनाकर अपनी सेना की शक्ति ज़रूर बढ़ाना चाहेंगे।
5) देश छोड़कर भागना
पुतिन के खिलाफ बगावत के खत्म होने के बाद वैगनर आर्मी के कई सैनिक रूस छोड़कर बेलारूस चले गए थे। पर अब उनमें से कई सैनिक बेलारूस छोड़कर भी जा रहे हैं। ऐसे में बड़ी तादाद में वैगनर आर्मी के सैनिक सुरक्षित जीवन के लिए दूसरे देशों का रुख कर सकते हैं।