हैरान कर देने वाली बात ये है कि रूस ने यूक्रेन की सीमा पर परमाणु हथियारों की तैनाती भी शुरू कर दी है। इसके कई वीडियो भी सामने आ रहे हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) ने सांसदों और कई प्रभावशाली लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि पश्चिमी देश तो ये चाहते हैं कि किसी भी तरह रूस को दबाया जाए कैसे भी उसे कमजोर साबित किया जाए, लेकिन ऐसा होने वाला नहीं है, हम परमाणु शक्ति से लैस हैं। इसलिए वो ये पहले सोच-समझ लें कि हमारे आंतरिक मामलों में दखलअंदाजी उन्हें कितनी भारी पड़ सकती है।
गौरतलब है कि पुतिन (Vladimir Putin) का ये बयान ऐसे मौके पर आया है जब नाटो सदस्य फ्रांस (France) के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो (Emmanuel Macron) अन्य नाटो देशों से यूक्रेन में सेना और हथियार भेजने की पैरवी कर रहे थे। हालांकि मैंक्रों की इस बात को नाटो सदस्य अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी जैसे देशों ने खारिज कर दिया। लेकिन इसके बावजूद व्लादिमिर पुतिन परमाणु युद्ध की तैयारी में जुट गए हैं।
यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की का बयान व्लादिमिर पुतिन के बयान के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने एक वीडियो जारी किया और कहा कि हर देश को ये याद रखना चाहिए कि वैश्विक स्थिरता वर्तमान में यूक्रेनी योद्धाओं और हमारे सभी लोगों की बहादुरी और समर्पण से कायम है। फ्रंटलाइन रिपोर्ट में यूक्रेनी शहरों और गांवों के नाम शामिल हैं, लेकिन हर कोई समझता और देखता है कि पुतिन के इरादे बहुत व्यापक हैं। कोई भी उस दुनिया को पसंद नहीं करेगा जिसमें आतंक का बोलबाला हो। और यही कारण है कि पुतिन को हारना ही होगा। उचित सहायता से, हमारे लोग इसे हासिल करने में सक्षम हैं। दुनिया के सैन्य भंडार, अंतरराष्ट्रीय कानून के मानदंडों और नेताओं की समझ में ये सहायता हमें दी जा रही है।
अब आगे क्या? रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन परमाणु हथियारों की तैनाती कर रहे हैं, इस बात से पूरी दुनिया के शक्तिशाली देश चिंता में आ गए हैं, हालांकि जानकार कहते हैं कि रूस इतनी जल्दी परमाणु हथियार का प्रयोग नहीं करेगा, क्योंकि वो भी जानता है कि इन हथियारों का इस्तेमाल का मतलब इस युद्ध को खत्म करना नहीं बल्कि एक दीर्घकालिक विनाश और मानव सभ्यता का विनाश है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि नाटो देश या संयुक्त राष्ट्र इस मुद्दे पर रूस से जल्द बातचीत कर सकता है।