रूस-यूक्रेन युद्ध का गुनहगार कौन? नहीं खत्म हुई जंग तो रूस पर भारी टैरिफ थोपेगा अमेरिका
Russia Ukraine War: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की को रूस के आक्रमण का विरोध नहीं करना चाहिए था। ज़ेलेंस्की एक बहुत बड़े देश से लड़ रहे थे, जो बहुत ज्यादा शक्तिशाली है।
Donald Trump on Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन युद्ध को 3 साल हो चुके हैं। इजरायल हमास युद्ध पर एक साल बाद युद्धविराम (Israel Hamas Ceasefire) हो गया लेकिन अभी तक रूस और यूक्रेन के सीज़फायर के दूर-दूर तक आसार नहीं दिख रहे हैं। युद्ध के इतने लंबे खिंचने को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने यूक्रेन को दोषी ठहराया है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन की वजह से ये युद्ध हुआ। डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान के अब कई मायने निकाले जा रहे हैं। वहीं ट्रंप के इस बयान से अब दुनिया भर में इस बात पर चर्चा छिड़ गई है कि क्या वाकई रूस और यूक्रेन के युद्ध की वजह अकेला यूक्रेन ही था।
ज़ेलेंस्की को नहीं करना चाहिए रूस का विरोध
दरअसल अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की को रूस के आक्रमण का विरोध नहीं करना चाहिए था। ज़ेलेंस्की एक बहुत बड़े देश से लड़ रहे थे, जो बहुत ज्यादा शक्तिशाली है। यूक्रेन की इस लड़ाई को रूस ने निरर्थक बना दिया। यूक्रेन को ऐसा नहीं करना चाहिए था, विवाद था तो इसके लिए एक समझौता हो सकता था। यूक्रेन को रूस से एक समझौते पर बातचीत करनी चाहिए थी। इतना ही नहीं ट्रंप ने ये भी कहा कि वे दोनों देशों के बीच आसानी से सौदा करा सकते थे।
ज़ेलेंस्की ने कहा था- मैं लड़ना चाहता हूं
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन ने बात को सुलझाने के बजाय उसे बढ़ाने का काम किया, क्योंकि यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा था कि, ‘मैं लड़ना चाहता हूं’। इसका मतलब ये है हुआ कि ज़ेलेंस्की ने गलत फैसला लिया। डोनाल्ड ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन पर यूक्रेन को उकसाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जो बाइडेन ने यूक्रेन को रोकने के बजाय रूस पर ही प्रतिबंध लगाए।
रूस ने युद्ध नहीं रोका तो लगेगा भारी टैरिफ
डोनाल्ड ट्रंप ने सिर्फ यूक्रेन को नहीं बल्कि रूस को भी लताड़ लगाई है। ट्रंप ने साफ तौर पर कह दिया है कि अगर रूस ने इस युद्ध को नहीं रोका तो अमेरिका रूस पर भारी टैरिफ लगाएगा और साथ ही और बड़े प्रतिबंध लगाएगा।
रूस ने कहा- ट्रंप राष्ट्रपति होते तो युद्ध ही नहीं होता
इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कहा था कि अगर डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति होते तो ये युद्ध ही नहीं होता। पुतिन ने डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ भी की थी और कहा था कि वो एक स्मार्ट लीडर हैं। अगर वे सत्ता में होते तो अमेरिका के साथ मिलकर रूस इस युद्ध को खत्म करा देता। पुतिन ने एक बार फिर इस बात को दोहराया कि अभी भी वे यूक्रेन के साथ समझौता करने को तैयार हैं।
क्यों शुरू हुआ था ये युद्ध?
रूस और यूक्रेन युद्ध वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के NATO में शामिल होने की जिद का नतीजा माना जाता है। रूस ने यूक्रेन के इस रुख का खासा विरोध किया था। रूस को डर था कि अगर यूक्रेन नाटो में शामिल हो जाता है, तो पश्चिमी देशों की सेना रूस की सीमा के बहुत करीब पहुंच जाएगी। लेकिन यूक्रेन अपने इस रुख पर कायम रहा इसलिए रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया।