भारत में संयुक्त राष्ट्र के प्रति विश्वास: अन्य देशों की तुलना में अधिक सकारात्मक रेटिंग,रायशुमारी में खुलासा
Trust in the United Nations: संयुक्त राष्ट्र महासभा (UN General Assembly) के मंगलवार से शुरू हुए वार्षिक अधिवेशन के पूर्व प्यू रिसर्च सेंटर ने दुनिया भर के 35 देशों के लोगों के बीच इस वैश्विक संगठन के बारे में रायशुमारी की है।इस सर्वेक्षण के अनुसार, आम तौर पर लोग संयुक्त राष्ट्र (United Nations) को सकारात्मक […]
Trust in the United Nations: संयुक्त राष्ट्र महासभा (UN General Assembly) के मंगलवार से शुरू हुए वार्षिक अधिवेशन के पूर्व प्यू रिसर्च सेंटर ने दुनिया भर के 35 देशों के लोगों के बीच इस वैश्विक संगठन के बारे में रायशुमारी की है।इस सर्वेक्षण के अनुसार, आम तौर पर लोग संयुक्त राष्ट्र (United Nations) को सकारात्मक नज़रिए से देखते हैं। हाल में किए गए इस सर्वेक्षण के अनुसार, दुनिया 35 देशों में से 58% लोगों का संगठन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण है, जबकि 31% लोगों का नकारात्मक दृष्टिकोण है।
सर्वेक्षण में शामिल 35 देशों में से 22 देशों में अधिकांश लोग संयुक्त राष्ट्र को सकारात्मक दृष्टि से देखते हैं। इसमें केन्या, फिलीपींस, पोलैंड, दक्षिण कोरिया, स्वीडन और थाईलैंड जैसे देशों में तो तीन-चौथाई या उससे ज्यादा लोगों की यूएन के बारे में सकारात्मक राय है। वहीं कुछ ऐसे भी देश हैं जहां,संयुक्त राष्ट्र के बारे में विचार सकारात्मक कम और नकारात्मक ज्यादा हैं। इन देशों में ग्रीस, इजराइल, जापान, ट्यूनीशिया और तुर्की जैसे अहम देश हैं, जहां आधे या उससे अधिक लोग यूएन के बारे में नकारात्मक राय व्यक्त रखते हैं।
भारत में सिर्फ 41 फीसदी लोगों को यूएन पर भरोसा
भारत में भी यूएन के बारे में सकारात्मक राय रखने वाले लोग नकारात्मक राय रखने वालों से ज्यादा दर्ज किए गए। भारत में जहां 13 फीसदी लोगों की राय नकारात्मक थी (Trust in the United Nation), वहीं 41 फीसदी लोगों की राय संयुक्त राष्ट्र के बारे में सकारात्मक दर्ज की गई। भारत के बारे में सबसे अहम पहलू यह रहा कि यहां 45 फीसदी लोगों ने राय देने से इंकार कर दिया, जो कि 35 देशों में सर्वाधिक है। इन लोगों ने या तो पता नहीं का विकल्प चुना अथवा फिर कोई राय नहीं दी।
इजराइल में सबसे नकारात्मक, फिलीपीन्स में सबसे सकारात्मक राय
इजराइलियों का संयुक्त राष्ट्र के प्रति लंबे समय से दृष्टिकोण नकारात्मक रहा है। इस साल, सर्वेक्षण में शामिल देशों में से उनके विचार सबसे ज़्यादा नकारात्मक दर्ज किए गए। इजराइल के 76% लोग यूएन के प्रति प्रतिकूल दृष्टिकोण रखते हैं। इसमें भी यहूदी इजराइलियों (82%) का संयुक्त राष्ट्र के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण अरब इजराइलियों (53%) से ज्यादा दर्ज किया गया। वहीं फिलीपींस में 83 लोगों ने यूएन के बारे में सकारात्मक राय दी। वहीं 80 फीसदी से ज्यादा सकारात्मक राय रखने वाले देशों में पोलैंड और तुर्की भी शामिल हैं।
2024 में अमरीका समेत कई देशों में संयुक्त राष्ट्र की गिरी साख
दुनिया भर में चल रहे युद्ध भी संयुक्त राष्ट्र के प्रति राय को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर रहे हैं। पिछले एक साल में कई देशों में संयुक्त राष्ट्र के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण में गिरावट आई है। आज, 52% अमरीकी वयस्क यूएन को सकारात्मक नज़रिए से देखते हैं, जो 2023 से 5 प्रतिशत कम है। इसके अलावा, केवल 31% यूएन को मज़बूत करना विदेश नीति की शीर्ष प्राथमिकता मानते हैंं।
अमेरिकियों का नज़रिया और भी नकारात्मक
इजराइल में, अनुकूल दृष्टिकोण 31% से गिर कर 21% रह गया। इसी तरह, अब 62% ब्रिटिश नागरिक संयुक्त राष्ट्र को सकारात्मक दृष्टि से देखते हैं, जबकि पिछले साल यह संख्या 72% थी। ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी, मैक्सिको, नाइजीरिया, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया और स्वीडन में भी संयुक्त राष्ट्र की सकारात्मक रेटिंग में कमी आई है। पिछले एक साल में यूएन के बारे में अमेरिकियों का नज़रिया और भी नकारात्मक हो गया है।