14 अगस्त से पाकिस्तान की आज़ादी का सच
इतिहास में भारत और पाकिस्तान के पीछे अलग होने और अलग-अलग दिन स्वतंत्रता दिवस मनाने के पीछे कई तर्क दिए गए हैं। कुछ इतिहासकार मानते हैं कि 14 अगस्त को पाकिस्तान को एक स्वतंत्र देश के रूप में मंजूरी मिली थी, इसलिए इसी दिन वहां आजादी का पर्व मनाया जाता है। वहीं 14 अगस्त, 1947 को उस टाइम के वायसरॉय लार्ड माउंटबेटन ने पाकिस्तान को आजाद देश का दर्जा दे दिया था। साथ ही पाकिस्तान की आजादी को लेकर कुछ भौगोलिक कारण भी बताए जाते हैं।
पाकिस्तान की आज़ादी का भौगोलिक कारण
भारत और पाकिस्तान की आज़ादी के पीछे सिर्फ इतिहास ही नहीं बल्कि भूगोल भी छिपा हुआ है। दरअसल इसके पीछे दोनों देशों का स्टैंडर्ड टाइम है, पाकिस्तान का स्टैंडर्ड टाइम भारत से 30 मिनट पीछे है। दरअसल जब भारत में 12 बज रहे होते हैं, तब पाकिस्तान की घड़ियां 11.30 बजे का समय बजते हैं। तो कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक ये माना जाता है की ब्रिटिश सरकार ने भारतीय स्वतंत्रता एक्ट पर हस्ताक्षर किए थे, उस वक्त रात के 00.00 (12:00) बजे रहे थे। यानी इंडिया में 15 अगस्त थी और पाकिस्तान में 14 अगस्त के रात के 11:30 बज रहे थे।
आज़ादी का मोहम्मद जिन्ना से संबंध
इतिहास में यह भी बताया गया हैं कि आजादी के बाद शुरुआती 2 सालों तक तो पाकिस्तान भी स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को ही मना रहा था, लेकिन जब पहले गवर्नर-जनरल रहे मोहम्मद अली जिन्ना का निधन हुआ उसके बाद से ही पाकिस्तान में 14 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाने लगा।