हाई अलर्ट पर स्वीडन
स्वीडन में आतंकी हमले के खतरे की वजह से हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। स्वीडन में यह खतरा पिछले साल से है पर इस साल यह और भी ज़्यादा बढ़ गया है।
किस वजह से स्वीडन में पैदा हुआ आतंकी हमले का खतरा?
पिछले साल ईद-अल-अधा के अवसर पर स्वीडन राजधानी स्टॉकहोल्म (Stockholm) में सेन्ट्रल मस्जिद के सामने एक 37 साल के आदमी ने कुरान की एक किताब को जला दिया। ईद के अवसर पर कई लोगों ने स्टॉकहोल्म की सेन्ट्रल मस्जिद के सामने प्रदर्शन किया। रिपोर्ट के अनुसार सरकार और पुलिस ने अभिव्यक्ति की आज़ादी बताते हुए प्रदर्शन की अनुमति दी थी। इस प्रदर्शन के दौरान ही एक आदमी ने कुरान की किताब को फाड़ते हुए उसमें आग लगाकर उसे जला दिया था। स्टॉकहोल्म में सेन्ट्रल मस्जिद के सामने हुए प्रदर्शन में एक प्रदर्शनकारी ने दुनियाभर में कुरान पर बैन लगाने की भी बात कही। प्रदर्शनकारी ने कुरान को फालतू की किताब बताते हुए कहा कि यह लोकतंत्र, नैतिकता, मानवीय मूल्यों, मानवाधिकारों और महिला अधिकारों के लिए खतरा है और इस वजह से इसे बैन कर देना चाहिए। इसी घटना के बाद दुनियाभर के इस्लामिक देशों में बवाल मच गया था और कई देशों ने इस बारे में नाराज़गी जाहिर की थी। इसी वजह से स्वीडन में आतंकी हमले का खतरा पैदा हुआ।
स्वीडन की छवि को किया गया खराब
स्वीडन की सर्विसेज़ ने बयान देते हुए कहा कि देश में कुरान को जलाने के बाद स्वीडन की छवि को खराब किया गया। स्वीडन को इस्लाम के दुश्मन के तौर पर पेश किया गया और इसी वजह से स्वीडन में आतंकी हमले का खतरा पैदा हो गया है।