scriptश्रीलंका के राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने चीन के साथ सैन्य समझौते से किया इनकार, कहा – ‘देश को भारत के खिलाफ नहीं होने देंगे इस्तेमाल’ | Ranil Wickremesinghe won't let Sri Lanka be used as base against India | Patrika News
विदेश

श्रीलंका के राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने चीन के साथ सैन्य समझौते से किया इनकार, कहा – ‘देश को भारत के खिलाफ नहीं होने देंगे इस्तेमाल’

Ranil Wickremesinghe’s Big Statement: श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने हाल ही में एक बड़ा बयान दिया है और इसका कनेक्शन भारत से है। आखिर क्या कहा श्रीलंका के राष्ट्रपति ने? आइए जानते हैं।

Jun 28, 2023 / 06:40 pm

Tanay Mishra

ranil_wickremesinghe.jpg

Ranil Wickremesinghe

श्रीलंका (Sri Lanka) के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) हाल ही में ब्रिटेन (Britain) और फ्रांस (France) की यात्रा पर रहे। इस दौरान उन्होंने वहाँ की मीडिया से भी बातचीत की। श्रीलंका के राष्ट्रपति ने अलग-अलग मुद्दों पर बातचीत करने के साथ ही मीडिया के सवालों का जवाब भी दिया। इस दौरान एक ऐसे विषय पर भी चर्चा हुई जिसका कनेक्शन भारत से है। इस विषय पर विक्रमसिंघे ने एक बड़ा बयान दिया।


श्रीलंका को नहीं होने देंगे भारत के खिलाफ इस्तेमाल

मीडिया से बात करते हुए विक्रमसिंघे ने तथाकथित चीन (China) की आर्मी के अपने देश में होने के विषय पर बात करते हुए कहा कि उनका देश पूरी तरह से तटस्थ है और उन्होंने चीन के साथ कोई सैन्य समझौता नहीं किया है और न ही कभी करेंगे। साथ ही विक्रमसिंघे ने यह भी साफ कर दिया चीन का श्रीलंका में कोई सैन्य अड्डा नहीं है और वह अपने देश को भारत (India) के खिलाफ किसी भी गतिविधि के लिए इस्तेमाल नहीं होने देंगे।

pm_modi_with_wickremesinghe_1.jpg


यह भी पढ़ें

बेलारूसी राष्ट्रपति लुकाशेंको का चौंका देने वाला खुलासा, कहा – ‘प्रिगोझिन को मारना चाहते थे पुतिन, मैंने रोका’

हंबनटोटा पोर्ट को सिर्फ दिया लीज़ पर, कंट्रोल श्रीलंका के ही पास


हंबनटोटा पोर्ट के बारे में बात करते हुए विक्रमसिंघे ने बताया कि क़र्ज़ के चलते श्रीलंका ने 2017 में चीन को यह बंदरगाह 99 साल के लिए लीज़ पर दे दिया था। हालांकि विक्रमसिंघे ने इस बात की भी पुष्टि की कि पोर्ट की सुरक्षा और कंट्रोल श्रीलंका सरकार के पास ही है।

भारत और अमरीका हैं अलर्ट

आपकी जानकारी के लिए बात दें कि पिछले साल चीन ने हंबनटोटा पोर्ट पर बैलिस्टिक मिसाइल और सैटेलाइट ट्रैकिंग जलयान युआन वांग V का लंगर डालने की अनुमति मांगी थी और श्रीलंका सरकार ने चीन को इस बात की अनुमति दे भी दी थी। तभी से भारत (India) और अमरीका (United States Of America) में इस बात की आशंका बढ़ गई थी कि इसका इस्तेमाल भारत के खिलाफ जासूसी करने के लिए किया जा सकता है। हालांकि चीन ने इससे इनकार कर दिया था, पर भारत और अमरीका इस मामले में पूरी तरह से अलर्ट हैं।

यह भी पढ़ें

पाकिस्तान में घर के अंदर खूनी मंज़र, एक ही परिवार के 9 सदस्यों की गोली मारकर हत्या

Hindi News / World / श्रीलंका के राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने चीन के साथ सैन्य समझौते से किया इनकार, कहा – ‘देश को भारत के खिलाफ नहीं होने देंगे इस्तेमाल’

ट्रेंडिंग वीडियो