scriptPray for Rain in Saudi: सऊदी अरब में अकाल से मची त्राहि-त्राहि, बारिश के लिए होगी विशेष नमाज़ | Saudi Arabia's Rain Prayer Tradition King Salman’s Call for Istisqa Prayer | Patrika News
विदेश

Pray for Rain in Saudi: सऊदी अरब में अकाल से मची त्राहि-त्राहि, बारिश के लिए होगी विशेष नमाज़

Pray for Rain in Saudi: बारिश के लिए जनता की ओर से दुआ मांगना आम बात है और यह सभी जगह पर होती है, लेकिन किसी शासक की ओर से देश के लोगों से बारिश के लिए दुआ करने की अपील करने का यह अपने आप में एक बड़ा मामला है।

नई दिल्लीNov 30, 2024 / 01:24 pm

M I Zahir

Drougt and prayer in Arab

Drougt and prayer in Arab

Pray for Rain in Saudi: सऊदी अरब ( Saudi Arabia) में बारिश नहीं हो रही है। किंग सलमान (King Salman) ने देश के लोगों से बारिश के लिए दुआ करने ( Rain Prayer) के लिए कहा है। उन्होंने कहा है कि सभी मुसलमानों को पैग़ंबर हज़रत मुहम्मद की परंपरा के अनुसार बारिश के लिए दुआ करें ( Saudi King Rain)। रॉयल कोर्ट ने सऊदी प्रेस एजेंसी को यह बताया है। किंग सलमान ने बारिश के लिए दुआ करने की अपील में कहा है कि पैग़ंबर मुहम्मद की परंपरा के अनुसार दुआ की जाए। सऊदी अरब के शासक किंग सलमान ने लोगों से बारिश की नमाज़ ‘इस्तिस्क़ा’ पढ़ने और दुआ करने के लिए कहा है। किंग सलमान ने सऊदी अरब के लोगों से अपील की है कि गुरुवार को सभी बारिश के लिए नमाज़ पढ़ें और अल्लाह से दुआ मांगें। सऊदी प्रेस एजेंसी ने बताया है कि किंग सलमान ने पैग़ंबर मुहम्मद की सुन्नत को आगे बढ़ाने का आह्वान करते हुए कहा कि ये दुआ पैग़ंबर की सुन्नत है। ऐसे में जो भी दुआ कर सकता है, उसे जरूर करनी चाहिए।

पूरे सऊदी अरब में अदा की जाती है विशेष नमाज़

सऊदी अरब में बारिश ना होने और सूखा पड़ने पर बारिश के लिए विशेष नमाज़ पढ़ने और अल्लाह से दुआ करने की परंपरा रही है। बारिश ना होने पर लोग बारिश के लिए दुआ मांगते हैं। इसे सऊदी की इस्लामी परंपरा का हिस्सा माना जाता है। सऊदी में बारिश के लिए होने वाली विशेष नमाज़ को इस्तिस्क़ा कहा जाता है, जो पूरे सऊदी अरब में अदा की जाती है।

पैग़ंबर के वक़्त से हो रही है इस्तिस्क़ा नमाज़

सऊदी में ऐसी मान्यता है कि सूखा पड़ने पर पैग़ंबर मुहम्मद खास नमाज़ इस्तिस्क़ा (Istisqa prayer) पढ़ कर अल्लाह से बारिश के लिए दुआ की थी। इसके बाद से सऊदी में लोग इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। इस्तिस्क़ा दो रकअत नमाज़ है, इसकी पहली रकअत में सात और दूसरी रकअत में छह तकबीर होती हैं। सऊदी अरब में वर्षों से यह नमाज़ हो रही है।

सऊदी अरब में कम होती है बारिश

सऊदी अरब की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि वहां काफी कम बारिश होती है। बीते कुछ बरसों के दौरान जलवायु परिवर्तन की वजह से भी सऊदी के मौसम में बदलाव आ रहे हैं। इससे कई तरह की परेशानियां पैदा हो रही हैं। सऊदी के कई हिस्सों में इस वक्त पानी की काफी कमी है और लोग बारिश की उम्मीद में आसमान की तरफ देख रहे हैं। ऐसे में बारिश होती है तो लोगों को राहत मिलेगी।

Hindi News / world / Pray for Rain in Saudi: सऊदी अरब में अकाल से मची त्राहि-त्राहि, बारिश के लिए होगी विशेष नमाज़

ट्रेंडिंग वीडियो