अपनी जिद के चलते रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर हमला कर दिया। जंग छिड़े भी आठ दिन हो गए हैं, लेकिन अब भी जिस मकसद के साथ यूक्रेन पर हमले का आदेश दिया था, वो दूर-दूर तक पूरा होता नहीं दिख रहा। इस बीच रूसी सैनिकों के कई वीडियो सामने आए हैं।
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वीडियो में रूसी सैनिकों को फूट-फूटकर रोते हुए देखा जा सकता है। उनका कहना है कि उन्हें बिना बताए युद्ध की आग में झोंक दिया गया है। इन सैनिकों का कहना है कि इन्हें यूक्रेन के उन शांतिपूर्ण लोगों के खिलाफ लड़ाई करने के लिए भेजा गया है, जो अपने देश की रक्षा कर रहे हैं।
कमांडरों ने इनकी बलि चढ़ाने के लिए इन्हें यहां भेजा है। यूक्रेन के झंडे के आगे बैठे रूस के एक घायल सैनिक ने कहा, ‘ये हमारी लड़ाई नहीं है। मां और पत्नियां अपने बेटे-पतियों को यहां से ले जाएं। उनकी यहां कोई जरूरत नहीं है।’
एक अन्य वीडियो में हथकड़ी बांधे बैठा सैनिक रोता हुआ कहता है, ‘वो हमारे शव भी नहीं उठाएंगे, यहां अंतिम संस्कार तक नहीं होगा।’
दरअसल रूस ने यूक्रेन पर हमला तो कर दिया है, लेकिन यूक्रेन भी रूस के इन हमलों के सामने डट कर खड़ा है। यूक्रेन के नेताओं से लेकर आम जनता भी अपने देश की सुरक्षा के लिए सड़कों पर है। यही नहीं यूक्रेन ने अपनी जेलों से उन कैदियों को भी रिहा कर दिया है जिन्हें युद्ध का थोड़ा बहुत भी अनुभव है और जो देश के लिए लड़ना चाहते हैं।
यूक्रेन का कहना है कि रूस ने इस युद्ध में अब तक अपने 5,840 सैनिकों को खो दिया है। जो दूसरे विश्व युद्ध के बाद बड़ा आंकड़ा है। अगर ये दावा सच होता है तो इससे साबित होता है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ये जंग हार रहे हैं।
उनके सैनिकों को अपनी रणनीति बदलनी पड़ी है। रक्षा मंत्रालय का कहना है कि रूस ने चारों तरफ से यूक्रेन पर हमला किया है।
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