हल्के में ना लें ये धमकी- पुतिन
बीते बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) ने साल 2020 के परमाणु सिद्धांत की तरफ इशारा करते हुए कहा कि इस सिद्धांत के चलते पश्चिमी देश ये मानते हैं कि रूस कभी भी परमाणु हथियार का इस्तेमाल नहीं करेगा। लेकिन अगर किसी के दुष्कर्मों से (Russia-Ukraine War) रूस की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को खतरा पहुंचता है तो रूस अपने लिए उपलब्ध सभी साधनों का इस्तेमाल करेगा, चाहे वो परमाणु हथियार हो या कुछ और…पुतिन ने जोर देते हुए कहा कि इस बात को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
NATO पर नहीं होगा हमला (Russia-Ukraine War)
व्लादिमिर पुतिन ने इस बयान से फिर से इस बात को बल दे दिया (Russia-Ukraine War) कि रूस NATO देशों पर हमला कर सकता है। क्योंकि पुतिन ने कहा है कि किसी भी देश को रूस का दुश्मन नहीं बनना चाहिए। आप इस दुश्मनी से सिर्फ अपना नुकसान ही पाओगे। हालांकि पुतिन ने इस प्रेस कांफ्रेंस पर बार-बार ये जताने की कोशिश की वो NATO देशों पर किसी तरह का हमला करने का कोई विचार नहीं बना रहा है। पुतिन ने कहा कि जो रिपोर्ट्स आ रही हैं कि रूस NATO देशों पर हमला करेगा तो ये बिल्कुल बकवास है। ऐसा कुछ नहीं होने वाला है।
क्या है 2020 का सिद्धांत?
जिस 2020 के सिद्धांत की बात व्लादिमिर पुतिन ने की है वो परमाणु हमले से जुड़ा हुआ है। दरअसल ये सिद्धांत रूसी सरकार को परमाणु विकल्पों पर विचार करने का अधिकार देता है। अगर रूस खिलाफ सामूहिक विनाश के हथियार का उपयोग किया जाता है और अगर देश का अस्तित्व खतरे में पड़ता है तो वो परमाणु हथियार उठा सकता है।
क्य़ा कहता है NATO का नियम?
वहीं NATO के नियम य़े कहते हैं कि NATO के एक देश पर हमला करने का मतलब है कि पूरे संगठन पर हमला होगा। जिसके बाद NATO के ये सभी देश रूस पर एक साथ अटैक कर सकते हैं। वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने इस साल की शुरुआत में कहा था कि पुतिन की आक्रामकता यूरोप तक पहुंच सकती है, जिससे नाटो को प्रतिक्रिया मिल सकती है। इस पर जर्मनी के शीर्ष सैन्य नेता ने कहा था कि 5 से 8 सालों में नाटो देशों पर हमला हो सकता है।