फिलहाल ये खुलासा नहीं किया गया कि विकसित किए जा रहे रोबोट लड़ाके किस प्रकार के हैं। सेना के एक अधिकारी ने सिर्फ यह बताया कि पूर्वोत्तर ईरान में चल रहे युद्ध अभ्यास में इन्हें तैनात किया गया है, जहां वे दम-खम दिखा रहे है। युद्धाभ्यास में इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कॉप्स (IRGC), सेना और तटरक्षक बल शामिल हैं।
धरती के साथ आसमान में भी दम-खम
कॉम्बैट या लड़ाकू रोबोट एक प्रकार के युद्ध वाहन हैं। इनमें इंसान की तैनाती नहीं होती। ये धरती के साथ आसमान में भी काम कर सकते हैं। आसमान में मानवरहित ड्रोन करतब दिखाते रहे हैं। हाल के युद्धों में इनका व्यापक पैमाने पर इस्तेमाल हुआ है। ईरान ने मानव रहित हवाई वाहनों की तरह मानव रहित जमीनी वाहन विकसित किए हैं, जो युद्ध के अग्रिम मोर्चे पर हमलों को अंजाम देंगे।
दुश्मनों के ठिकाने करेंगे ध्वस्त
इंसानी लडक़ों की तरह रोबोट लड़ाके युद्ध के मैदान में दुश्मनों को चिह्नित करने और उनके ठिकानों को ध्वस्त करने में सक्षम हैं। ये किसी भी भौगोलिक क्षेत्र में ऑपरेशन को अंजाम दे सकते हैं। कई इलाकों में ये इंसानी सैनिकों से कई गुना ज्यादा ताकत लगा सकते हैं, क्योंकि इनका रक्षा कवच बेहद मजबूत है।