राणा हरगोविंदसिंह ने बताया, मैं जोधपुर से ताल्लुक रखता हूं । मुझे प्रवासी भारतीय समुदाय के नेता और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में इसलिए जाना जाता है। जब कोई प्रवासी भारतीय मुझसे मदद के लिए संपर्क करता है तो मुझे आत्मीय सुकून मिलता है। मैं 7 साल से अपने परिवार के साथ कोलोन, जर्मनी में रह रहा हूं। मैं जर्मन मल्टीनेशनल कंपनियों में ग्लोबल प्रोसेस ओनर के पेशे से जुडा हूं।
उन्होंने बताया, मैं विदेश यात्रा के समय विशेष रूप से जर्मनी या यूरोप की तरह असमयित घटनाओं में भारतीय समुदाय की मदद कर रहा हूं। मैं जर्मनी/यूरोप में होली, दिवाली और योग दिवस जैसे भारतीय त्योहारों का आयोजन कर भारतीय समुदाय को एक प्लेटफार्म पर लाता हूं।
संस्कृति और समृद्ध विरासत समझना
राणा ने कहा,भारतीय संस्कृति बहुत समृद्ध है और मैं इसका प्रचार—प्रसार करना अपना नैतिक दायित्व समझता हूं। मेरा मुख्य उद्देश्य हमारी युवा पीढ़ी को जर्मनी/यूरोप में उनकी जड़ों, संस्कृति और समृद्ध विरासत के बारे में सीखने और समझने का एक सामुदायिक परिचय देना है।
मोदी के प्रयासों की सराहना
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, देश के विकास के संदर्भ में,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों की सराहना करता हूं, क्योंकि उनके महान दृष्टिकोण के कारण हम प्रवासी भारतीयों को बड़ा सम्मान और प्रतिष्ठा मिली है।
प्रमोशन और विकास पर प्रमुख ध्यान
राणा से जब प्रवासी भारतीयों के माध्यम से राजस्थान के विकास से संबंधित सवाल पूछा तो उनका कहना था —
हमारे राजस्थान को राज्य के 3 मुख्य अवसरों के प्रमोशन और विकास पर हमारा प्रमुख ध्यान देना है:
2. जर्मनी में कुशल लोगों की अधिकता है और योग्य कामगार प्रवास के लिए तैयार हैं। हमारे राजस्थान में कुशलता विकास केंद्र स्थापित करने और जर्मनी/यूरोप में अवसर प्रदान करने की बड़ी संभावना है।
3. हमारे डॉक्टर ऑफ राजस्थान इंटरनेशनल के साथ मेडिकल एक्सीलेंस फैसिलिटी की स्थापना करना।
राना से जब उनकी टीम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया,हमारी मजबूत टीम में शांतनु, अरु, करिश्मा, सिमरन, दीपेश, महेंद्र, रोहित, प्रमोद, सचिन, रोहित व हरमन हमारे साथ हैं।