ब्राजील का संगठन भारतीय वेदांत और संस्कृति को दे रहा बढ़ावा
विश्व विद्या गुरुकुलम के संस्थापक जोनास मसेट्टी जिन्हें आचार्य विश्वनाथ के नाम से भी जाना जाता है, उन्होंने ‘संस्कृत मंत्र’ का पाठ करके प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। मसेट्टी ने न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा कि “रामायण धर्म को श्रद्धांजलि है। राम धर्म का प्रतिनिधित्व करते हैं और रामायण का प्रदर्शन करना और राम कथा के संपर्क में रहना खुद को शुद्ध करने और जीवन जीने का एक बेहतर तरीका है। इसे तैयार करने में छह साल लगे। उन्होंने कहा, “शुरुआत में हम बहुत नर्वस और भावुक थे, क्योंकि यह हमारे लिए बहुत मायने रखता था।” मैसेट्टी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी इस प्रदर्शन से “बहुत प्रभावित” हुए। उन्होंने भारतीय युवाओं को भारतीय जीवन शैली में विश्वास करने के लिए भी प्रोत्साहित किया।भारत के युवाओं की कोई दिलचस्पी नहीं
मसेट्टी ने फिर बड़ा बयान देते हुए कहा कि “मुझे बहुत खुशी है कि उन्हें यह मिल सका… मुझे बहुत दुख होता है जब मैं सुनता हूं कि भारत में युवा वैदिक परंपरा और सभी पुराने तरीकों में इतनी दिलचस्पी नहीं रखते हैं। मुझे आपको बताना है कि पश्चिम का तरीका, आपको बहुत रूखा और बहुत खराब लगता है, इसलिए उसके झांसे में न आएं। आपके घर के अंदर बहुत अच्छी संस्कृति है।”इधर PM नरेंद्र मोदी X पर पोस्ट करते हुए कहा कि “जोनास मैसेट्टी और उनकी टीम से मुलाकात की। मैंने #मनकीबात कार्यक्रम के दौरान वेदांत और गीता के प्रति उनके जुनून के लिए उनका उल्लेख किया था। उनकी टीम ने संस्कृत में रामायण की झलकियाँ प्रस्तुत कीं। यह सराहनीय है कि कैसे भारतीय संस्कृति पूरी दुनिया में प्रभाव डाल रही है”।