फैसले पर अभी नहीं बनी सहमति
इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के राजनीतिक मामलों के सलाहकार राणा सनाउल्लाह ने ये कहा था कि सरकार खैबर पख्तूनख्वा में राज्यपाल शासन लागू करने के बारे में सोच रही है। हालांकि इस पर सहमति नहीं बनी है। सनाउल्लाह ने कहा कि इस मुद्दे पर कैबिनेट की बैठक में चर्चा की गई क्योंकि खैबर पख्तूनख्वा के संसाधनों का इस्तेमाल हिंसक विरोध प्रदर्शन करने के लिए किया जा रहा है। अली अमीन गंदापुर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान सहित राजनीतिक कैदियों की रिहाई की मांग को लेकर अपनी पार्टी पीटीआई के विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व कर रहे हैं। जिसके चलते इस्लामाबाद और आसपास के शहरों में अशांति फैल गई।
गोलीबारी का किया विरोध
प्रदर्शनकारियों पर सीधी गोलीबारी से सरकार के इनकार को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि चुंगी नंबर 26 पर पीटीआई प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाई गईं। “हमें कई बार निशाना बनाया गया, चाइना चौक और डी-चौक पर भी गोलीबारी की गई।” बता दें कि इमरान खान (72), अगस्त 2023 से तोशाखाना मामले और गैर-इस्लामिक विवाह मामले सहित कई आरोपों में अदियाला जेल में बंद हैं।