दोनों नेता गले मिलते नजर आए
सूत्रों ने बताया कि रूस की ओर से सन 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार अगले महीने कीव की यात्रा करेंगे। यह बात पीएम मोदी और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के इटली में जी7 शिखर सम्मेलन के मौके पर मुलाकात के एक महीने बाद हुई है। मुलाकात के दौरान दोनों नेता गले मिलते नजर आए। जेलेंस्की ने दी बधाई
जिस दिन पीएम
नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के बाद तीसरा कार्यकाल हासिल किया, ज़ेलेंस्की ने उन्हें बधाई दी थी और युद्धग्रस्त देश का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया था।
बातचीत और कूटनीति का आह्वान
इस साल मार्च में
राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के साथ एक फोन कॉल में, पीएम मोदी ने भारत-यूक्रेन साझेदारी को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की और देश के लोगों-केंद्रित दृष्टिकोण को दोहराया और चल रहे संघर्ष का समाधान करने के लिए बातचीत और कूटनीति का आह्वान किया।
शांति की पहल
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार सब कुछ करना जारी रखेगा। युद्ध शुरू होने के बाद से भारत ने कहा है कि इसे केवल बातचीत और कूटनीति के माध्यम से हल किया जा सकता है, और प्रधानमंत्री ने कहा है कि “भारत किसी भी शांति प्रयासों में योगदान देने के लिए तैयार है।
हिंसा का कोई समाधान नहीं
ध्यान रहे किपीएम मोदी इस महीने की शुरुआत में दो दिवसीय यात्रा पर मॉस्को भी गए थे। राष्ट्रपति पुतिन के साथ अपनी मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि हिंसा का कोई समाधान युद्ध के मैदान में नहीं खोजा जा सकता है। उन्होंने कहा था, “भारत ने हमेशा क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता सहित संयुक्त राष्ट्र चार्टर का सम्मान करने का आह्वान किया है। युद्ध के मैदान पर कोई समाधान नहीं है। बातचीत और कूटनीति ही आगे बढ़ने का रास्ता है।”