मालूम हो कि गुरुवार को गुजरांवाला में पार्टी के लंबे मार्च के दौरान एक हमलावर के कंटेनर के करीब पहुंच गए। हमलावर ने खान को निशाना बनाते हुए गोलियां चलाईं, लेकिन इस घातक हमले में वह बाल-बाल बच गए। शूटर ने गोलियां चलाईं, जो इमरान खान के बगल में खड़े पीटीआई नेताओं को और इमरान के पैर में गोली। गोली लगने से पूर्व प्रधानमंत्री भी घायल हो गए।
पीटीआई नेताओं के मुताबिक, खान फिलहाल खतरे से बाहर हैं। सूत्रों के अनुसार, गोलीबारी में सीनेटर फैसल जावेद खान, सिंध के पूर्व राज्यपाल इमरान इस्माइल और अहमद चट्टा सहित पीटीआई के वरिष्ठ नेता घायल हो गए। हमले के तुरंत बाद खान को कंटेनर के अंदर ले जाया गया, जिसके बाद उन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाया गया और वहां से उन्हें लाहौर के शौकत खान अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पीटीआई के शीर्ष नेतृत्व के अलावा, हमले में कम से कम छह अन्य घायल हुए हैं, जिनमें से एक की हालत नाजुक बनी हुई है। रिपोर्टों के अनुसार, हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। इधर हमलावरों को पीटीआई के समर्थकों ने पकड़ लिया। जानकारी के अनुसार हमालवर दो की संख्या में थे। एक का नाम फैसल बट है, जबकि दूसरे की पहचान मोहम्मद नवीद के रूप में हुई है।
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फैसल ने कहा कि वह खान को उसी समय से मारना चाहता था, जब 28 अक्टूबर को उन्होंने लाहौर से अपना लंबा मार्च शुरू किया था। फैसल ने कहा, “मैं खान से इसलिए नाराज हूं, क्योंकि वह नफरत फैलाने और लोगों को गुमराह करने में लगे हैं। मैं सिर्फ इमरान खान को मारना चाहता था और किसी को नहीं।”
फैसल ने कहा, “मैंने यह अपनी मर्जी से किया, मुझे ऐसा करने के लिए किसी ने नहीं कहा। मुझे खान पर गुस्सा आ गया और मैं सिर्फ उन्हें ही मारना चाहता था।”
इस बीच, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने घटना पर तत्काल संज्ञान लिया और गृह मंत्रालय को मामले पर एक रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया। शरीफ ने कहा, “मैं पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान पर गोलीबारी की घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। मैंने गृहमंत्री को घटना पर तत्काल रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। मैं पीटीआई अध्यक्ष और अन्य घायल लोगों के स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना करता हूं।”