नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी, इस तारीख को यहां पर मिलेंगे एलियन, सामना करने के लिए तैयार रहे इंसान
इस जिंदा नास्त्रेदमस ने तीसरा विश्व युद्ध जल्द शुरु होने की भी भविष्यवाणी की है। जिंदा नास्त्रेदमस की कई भविष्यवाणियां जैसे कोरोना, रूस-यूक्रेन का युद्ध, ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मौत सच हुई हैं, इसलिए इसे गंभीरता से लिया जा रहा है।
प्रसिद्ध भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस (Michel de Nostredame) एक प्रसिद्ध फ्रांसीसी भविष्यवक्ता थे, जिन्होंने 16वीं शताब्दी में कई भविष्यवाणियाँ कीं। उनकी भविष्यवाणियाँ, जिन्हें क्वात्रेन्स (Quatrains) के रूप में लिखा गया था, अक्सर रहस्यमयी और गूढ़ होती हैं, जिससे उनकी व्याख्या काफी मुश्किल होती है। एलियन्स के बारे में उनकी भविष्यवाणियां भी इसी तरह की रहस्यों से भरी हुई हैं। उनके कुछ क्वात्रेन्स को आधुनिक व्याख्याकारों ने एलियन (Aliens) या अंतरिक्ष यात्रियों से संबंधित माना गया है। वहीं अमेरिका के एथोस सैलोमे (Athos Salome) जिन्हें दुनिया का दूसरा नास्त्रेदमस माना जाता है उन्होंने अब नास्त्रेदमस के सिद्धांत पर ही एलियंस के बारे में एक भविष्यवाणी कर दी है जल्द ही एलियन्स से इंसानों की आमने-सामने मुलाकात होगी।
नास्त्रेदमस (Nostredame) के इस क्वात्रेन में आसमान से आग गिरने का जिक्र है, जिसे कुछ लोग एलियन या अंतरिक्ष यात्रा से संबंधित मानते हैं। इसमें आकाश में हथियार और रॉकेट का जिक्र भी किया गया है। नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी को इसलिए गंभीर तौर पर लिया जा रहा है कि क्योंकि उनकी हर भविष्यवाणी जैसे, UFO, एलियन का होना, धरती पर अंतरिक्ष से रहस्यमयी चीजों का आना, सच हो चुका है।
तीसरा विश्व युद्ध भी होगा
वहीं 37 साल के इस जिंदा नास्त्रेदमस यानी एथोस सैलोमे (Athos Salome) ने भविष्यवाणी की है कि एलियन्स से इंसान का सामना 2026 यानी अगले दो साल की शुरूआत से 2028 तक होगा। यही नहीं तब तक तीसरा विश्व युद्ध भी अपना रूप ले चुका होगा। नास्त्रेदमस ने बताया कि ये एलियंस अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी NASA को मिलेंगे। ये यूरोपस नाम के महासागरों में मिलेंगे। ये महासागर जुपिटर यानी बृहस्पति के चंद्रमा पर मिलेंगे।
कौन हैं एथोस सैलोमे
37 साल का ये शख्स खुद को जिंदा नास्त्रेदमस कहता है। इस शख्स ने पहले कोरोना, रूस-यूक्रेन का युद्ध, ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मौत जैसी भविष्यवाणियां की हैं, जो कि सारी सच हुई हैं। इसलिए इसे भी गंभीरता से लिया जा रहा है। एथोस की सोशल मीडिया पर जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। उनके फॉलोअर्स उन्हें 16वीं शताब्दी का नास्त्रेदमस कहते हैं। उनकी सच हुई भविष्यवाणी के दम पर उन्हें ये नाम मिला है। वहीं एथोस खुद कहते हैं कि वो जो भी भविष्यवाणी करते हैं वो जरूरी नहीं कि पूरी दुनिया में वो लागू हो, वो धरती के एक छोटे से हिस्से में भी हो सकती है।