क्या है ये भविष्यवाणी?
नास्त्रेदमस (Nostradamus) ने ये भविष्यवाणी अपनी किताब लेस प्रोफेटीज में की है। इसी किताब में उन्होंने अभी बताई हुई सारी भविष्यवाणियां की थीं जिसमें दुनिया की भी कई घटनाओं का जिक्र है। जैसे कोराना महामारी, हिटलर का उदय, पहला और दूसरा विश्वयुद्ध। जो कि सभी सच हो चुकी हैं। नास्त्रेदमस ने भारत के लिए इसी किताब (Les Propheties) में कहा है कि साल 2024 में दुनिया में प्रकृति बड़ी तबाही मचाना शुरू कर देगी। गर्मी से सूख रही धरती भीषण गर्मी झेलेगी जिससे वो और सूख जाएगी, इसके बाद भीषण बाढ़ आएगी। जिसमें हजारों लोगों की मौत होगी। नास्त्रेदमस की ये भविष्यवाणी भारत समेत एशियाई देशों और कुछ यूरोपीय देशों के लिए भी है।
भारत के कई राज्यों में भीषण बाढ़
देखा जाए तो भारत में मानसून के दौरान केरल और केदारनाथ में प्रलय जैसी स्थिति बनी हुई है। केरल के वायनाड में भीषण भूस्खलन से अब तक 350 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और तो और अभी लगभग इतने ही लोग अभी लापता बताए जा रहे हैं। वहीं केदारनाथ में भी इन दिनों भीषण बाढ़ के हालात बने हुए हैं। अभी तक 30 से ज्यादा की मौत हो चुकी है और हजारों लोग अभी भी इस भीषण प्रलय में फंसे हुए जिन्हें रेस्क्यू किया जा रहा है। नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी के मुताबिक देखा जाए तो चीन में भी भीषण जल प्रलय के हालात बने हुए हैं। वहां पर अब तक 150 से ज्यादा की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लापता हैं। चीन भारत से पहले इसी साल पाकिस्तान, अफगानिस्तान और पापुआ न्यू गिनी ने भी भीषण जल प्रलय देखी। इन सभी देशों में कुल मिलाकर 5000 लोगों की मौत हो चुकी है।
भीषण गर्मी से तप रही दुनिया
नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणी में कहा है कि 2024 से ये धरती भीषण गर्मी से सूखेगी और ये सूखती चली जाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक इस साल पड़ रही गर्मी ने 72 सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। भारत जैसे देश में औसतन तापमान जो 42-43 डिग्री रहता था वो इस साल 50 डिग्री तक चला गया। भारत के रेगिस्तान जैसे इलाके में तो पारा 50 पार भी चला गया था। वहीं हमेशा ठंड में जीने वाले यूरोप में भीषण गर्मी देखी जा रही है। ब्रिटेन जैसे ठंडे देश ने भी अपने यहां हीट वेव घोषित कर दिया था।
कौन हैं नास्त्रेदमस?
नास्त्रेदमस का पूरा नाम मिशेल द नोस्त्रदामस है। ये फ़्रान्स के 16वीं सदी के भविष्यवक्ता थे। नोस्त्रदामस केवल भविष्यवक्ता ही नहीं चिकित्सक और शिक्षक भी थे। ये प्लेग जैसी महामारियों का इलाज करते थे। इन्होंने दुनिया को लेकर कई भविष्यवाणियां की है। इन भविष्यवाणियों को उन्होंने अपनी किताबों में कविता के रूप में लिखा है। इन किताबों में लेस प्रोफेटिज, द प्रोफेसीज, दि ट्रू प्रोफेसीज शामिल हैं।