किम जोंग पर भड़का अमेरिका
दक्षिण कोरियाई सेना (South Korea) ने भी गुरुवार को कहा कि उत्तर कोरिया लगातार दूसरे दिन GPS सिग्नल जाम कर रहा है। इस बीच, संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) ने जापान सागर में बैलिस्टिक मिसाइलें दागने को लेकर उत्तर कोरिया से कहा कि वो तुरंत गैरकानूनी और अस्थिर करने वाले इन कृत्यों को रोक दे। US इंडो-पैसिफिक कमांड ने कहा कि वो दक्षिण कोरिया, जापान (Japan) और दूसरे क्षेत्रीय सहयोगियों और भागीदारों के साथ बातचीत कर रहा है। इसमें कहा गया कि अमेरिका किम जोंग (Kim Jong) के इस हरकत की निंदा करता है और हालातों की लगातार निगरानी की जाएगी। अमेरिका कोरिया गणराज्य और जापान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
गुरुवार सुबह 6 बजे ही दाग दी मिसाइलें
रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ (JCS) के मुताबिक लगभग 10 प्रोजेक्टाइल ( बैलिस्टिक मिसाइल) प्योंगयांग के सुनान क्षेत्र से सुबह 6:14 बजे लॉन्च किए गए थे और जापान सागर (Japan Sea) में गिरने से पहले लगभग 350 किलोमीटर तक उड़े थे।
जापान और दक्षिण कोरिया ने बढा़ई निगरानी
किम जोंग (Kim Jong Un) की इस हरकत के बाद दक्षिण कोरिया और जापान ने अपने क्षेत्रों की निगरानी बढ़ा दी है और अमेरिकी और जापानी अधिकारियों के साथ जानकारी साझा की है।
जापान ने जताया विरोध
इधर जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (Fumio Kishida) ने कहा कि उत्तर कोरिया ने एक बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की थी, जिसके बारे में माना जाता है कि ये जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र के बाहर गिरी थी। इस बाद का वो पुरजोर विरोध करते हैं।
उत्तर कोरिया लगातार अंतरिक्ष में भेज रहा उपग्रह
वहीं कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर कोरिया की राष्ट्रीय एयरोस्पेस एजेंसी के डिप्टी कमांडर ने कहा कि उपग्रह ले जाने वाला रॉकेट, मल्लिगयोंग-1, देश के पश्चिमी तट से लॉन्च होने के बाद सोमवार रात उड़ान के पहले चरण के दौरान विस्फोट हो गया। किम जोंग उन के शासन ने इस साल तीन उपग्रहों को कक्षा में लॉन्च करने की योजना बनाई है। नवंबर में उत्तर कोरिया ने अपना पहला सैन्य जासूसी उपग्रह कक्षा में स्थापित कर दिया है। इसके अलावा इस महीने की शुरुआत में 17 मई को उत्तर कोरिया ने नई स्वायत्त नेविगेशन सिस्टम से लैस सामरिक बैलिस्टिक मिसाइलों का टेस्ट किया जिन्हें कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल माना जाता है।