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नेपाल में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने का सपना हुआ महंगा, पर्वतारोहियों के लिए हुई मुश्किल

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नई दिल्लीJan 22, 2025 / 09:42 pm

M I Zahir

Mount Everest

Mount Everest Dreams Costlier: नेपाल में माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) पर चढ़ने का पहले से ही महंगा सपना अब पर्वतारोहियों के लिए और भी महंगा होने जा रहा है। क्यों कि नेपाल(Nepal)दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ने के लिए रॉयल्टी ( Permit Fee) में 35 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी करने की योजना बना रहा है। नेपाल के पर्यटन विभाग के अनुसार जल्द ही 8,849 मीटर (29,032 फीट) की चोटी पर चढ़ने के लिए आवश्यक परमिट की कीमत करीब 13 लाख रुपए 15,000 डॉलर हो जाएगी (Mount Everest Dreams Costlier:), जो लगभग एक दशक से लागू करीब साढ़े नौ लाख रुपए 11,000 डॉलर की फीस से 36 प्रतिशत अधिक है। इधर सितंबर-नवम्बर और दिसंबर-फरवरी सीजन के दौरान ली जाने वाली रॉयल्टी भी 36 प्रतिशत बढ़ कर क्रमशः साढ़े छह लाख रुपए 7,500 डॉलर और 3.23 लाख रुपए 3,750 डॉलर हो जाएगी।

सितंबर से लागू होंगी नई दरें

पर्यटन विभाग के महानिदेशक नारायणप्रसाद रेग्मी के अनुसार यह नई दर सितंबर से लागू होगी और लोकप्रिय साउथ ईस्ट रिज (जिसे साउथ कोल रूट भी कहा जाता है) पर अप्रेल-मई के चढ़ाई सीजन पर लागू होगी, जिसकी सन 1953 में न्यूजीलैंड के सर एडमंड हिलेरी और नेपाली शेरपा तेनजिंग नोर्गे ने शुरुआत की थी।

रोजगार और राजस्व का जरिया

नेपाल में दुनिया के 14 सबसे ऊंचे पर्वतों में से आठ है, जिनमें माउंट एवरेस्ट भी शामिल है। हर साल सैकड़ों पर्वतारोही कई अन्य लोग हिमालयी चोटियों पर चढ़ने की कोशिश करने के लिए नेपाल पहुंचते हैं। विदेशी पर्वतारोही परमिट फीस और अन्य खर्चों से होने वाली आय नकदी की कमी से जूझ रहे एशियाई देश के लिए राजस्व और रोजगार का एक प्रमुख स्रोत है। नेपाल एवरेस्ट अभियान के लिए हर साल लगभग 300 परमिट जारी करता है।

माउंट एवरेस्ट की सफाई पर खर्च हो पैसा

पर्वतारोहण विशेषज्ञ अक्सर नेपाल की आलोचना करते हैं कि वह एवरेस्ट पर बहुत अधिक पर्वतारोहियों को जाने देता है और इसे साफ रखने या पर्वतारोहियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुछ नहीं करता। यह नहीं बताया गया है कि बढ़ा हुआ परमिट शुल्क किस काम में लिया जाएगा। माना जा रहा है कि अतिरिक्त धनराशि का इस्तेमाल किसी न किसी तरह पर्यावरण की रक्षा और एवरेस्ट पर सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए किया जाएगा।

नेपाल में पर्वतारोहण

नेपाल में पर्वतारोहण एक प्रसिद्ध और रोमांचक साहसिक गतिविधि है, जो दुनियाभर के पर्वतारोहियों को आकर्षित करती है। नेपाल के हिमालय क्षेत्र में स्थित कई ऊंचे पहाड़, जिनमें दुनिया के सर्वोच्च शिखर माउंट एवरस्ट (8,848 मीटर) भी शामिल है, पर्वतारोहण के लिए आदर्श स्थान प्रदान करते हैं। नेपाल में पर्वतारोहण का अनुभव न केवल शारीरिक और मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण होता है, बल्कि यह प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक अनुभव से भी भरपूर होता है।

नेपाल में प्रमुख पर्वतारोहण स्थल

माउंट एवरेस्ट (Everest): यह दुनिया का सबसे ऊंचा पर्वत है और इसे चढ़ने का सपना हर पर्वतारोही देखता है। एवरस्ट बेस कैम्प तक ट्रैकिंग भी बहुत लोकप्रिय है।

अन्नपूर्णा सर्किट (Annapurna Circuit): यह एक बहुत ही सुंदर और चुनौतीपूर्ण ट्रैक है, जो अन्नपूर्णा पर्वत समूह के आसपास के इलाके से गुजरता है। इस ट्रैक में शानदार पहाड़ी दृश्य और विभिन्न संस्कृति का अनुभव होता है।
दौलागिरी (Dhaulagiri): यह पर्वत भी दुनिया के शीर्ष 7 पर्वतों में शामिल है। इसकी चढ़ाई चुनौतीपूर्ण है, और यह अनुभवी पर्वतारोहियों के लिए उपयुक्त है।

मंचु हिमाल (Machapuchare): यह पर्वत काठमांडू घाटी के पश्चिमी हिस्से में स्थित है। इसकी शिखर पर चढ़ाई करना अब भी प्रतिबंधित है, लेकिन इसका दृश्य बहुत सुंदर है।
लंगटांग (Langtang): यह ट्रैक काठमांडू के उत्तर में स्थित है और इसकी चढ़ाई कम ऊंचाई पर होती है, इसलिए यह शुरुआती पर्वतारोहियों के लिए अच्छा विकल्प है।

पर्वतारोहण के लिए तैयारियां

शारीरिक फिटनेस: पर्वतारोहण के लिए अच्छे शारीरिक स्वास्थ्य और सहनशक्ति की आवश्यकता होती है।
सामग्री और गियर: उपयुक्त कपड़े, बूट, चढ़ाई के उपकरण, और अन्य जरूरी सामान जैसे तंबू, बैकपैक, और गाइड जरूरी होते हैं।

गाइड और पोर्टर्स: नेपाल में अनुभवी गाइड और पोर्टर्स उपलब्ध होते हैं, जो पर्वतारोहियों को मार्गदर्शन और सामान ढोने में मदद करते हैं।
स्वास्थ्य और सुरक्षा: उच्च ऊंचाई पर चढ़ते समय ऊंचाई रोग (Altitude sickness) का खतरा होता है, इसलिए इससे बचने के लिए उचित तैयारी की आवश्यकता होती है।
बहरहाल नेपाल में पर्वतारोहण न केवल साहसिक यात्रा है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक अनुभव भी है, क्योंकि इस दौरान पर्वतारोही स्थानीय समुदायों के साथ संपर्क करते हैं और उनकी परंपराओं को समझते हैं।

नेपाल के माउंट एवरेस्ट पर चढ़ना बहुत रोमांचक होता है। कुछ अरसा पहले इस मार्ग पर जाम लग गया था।
फाइल वीडियो पत्रिका
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