शरीफ ने कहा, “हम एक स्वतंत्र और व्यापक विदेश नीति चाहते हैं। हम पड़ोसी राज्यों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित करके पाकिस्तान को एक आर्थिक शक्ति बनाना चाहते हैं। दूसरों से लड़कर या संघर्ष करके पाकिस्तान का विकास नहीं हो सकता। मैं बदले में नहीं विकास में विश्वास रखता हूं।”
जरूरी कानूनी दस्तावेज पूरा करने के लिए उतरे इस्लामाबाद
बता दें कि लाहौर जाने से पहले वह कुछ देर के लिए इस्लामाबाद में जरूरी कानूनी दस्तावेजों पर दस्तखत करने के लिए रूके। यहां कानूनी कार्रयवाई पूरा करने के बाद वह लाहौर में मीनार-ए-पाकिस्तान रैली को संबोधित करने के लिए शाम पांच बजे उसी विमान से लाहौर पहुंचे।
परमाणु परीक्षण रोकने को अमरीका ने की थी 5 अरब डॉलर की पेशकश
शरीफ ने 1998 को याद किया जब पाकिस्तान भारत के परमाणु परीक्षण का जवाब देना चाहता था। उन्होंने कहा, ‘विदेश कार्यालय में रिकॉर्ड होगा कि रोकने के लिए बिल क्लिंटन ने 1999 में मुझे पांच अरब डॉलर की पेशकश की थी, मुझे भी एक अरब डॉलर की पेशकश की जा सकती थी, लेकिन मैं पाकिस्तान की धरती से पैदा हुआ और इसने मुझे वह स्वीकार करने की अनुमति नहीं दी। इमरान को इंगित कर शरीफ ने कहा, क्या वह ऐसा कर पाते?
पाक सेना का मिला भरोसा
नवाज की वापसी को उन्हें पाक सेना का विश्वास फिर से हासिल होने से जोड़ा जा रहा है। माना जा रहा है कि वे फिलहाल सेना के सामने सबसे बेहतर विकल्प हैं। नवाज ने भी पहली ही रैली में यह भी स्पष्ट कर दिया कि मंच पर मौजूद बेटी मरयम उनकी राजनीतिक उत्तराधिकारी होंगी।
टारगेट चौथी बार पीएम बनना
नवाज का लक्ष्य चौथी बार पाकिस्तान का पीएम बनना है। उन्होंने रैली में भी इस मंशा को स्पष्ट किया। उनके सामने देश में अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले पीएमएल-नवाज को मजबूत बनाने की चुनौती है। वे ऐसे समय स्वदेश लौटे हैं, जब विरोधी नेता पीटीआइ प्रमुख इमरान खान जेल में बंद है।
सबसे पहले अदा की नमाज
लाहौर में उनका स्वागत उनके भाई शहबाज शरीफ ने किया। गौरतलब है कि शरीफ को इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने 19 अक्टूबर को जमानत दी थी। लाहौर में मीनार- ए- पाकिस्तान रैली के लिए रवाना होने से पहले उन्होंने अपने भाई शहबाज, इशाक डार, हमजा शहबाज और पार्टी के अन्य नेताओं के साथ मगरेब की नमाज भी अदा की।
देश को आगे बढ़ना था, पर पीछे जा रहा
इसके पूर्व दुबई एय़रपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए नवाज शरीफ ने कहा कि उनकी पार्टी नकदी संकट से जूझ रहे देश को मौजूदा संकट से बाहर निकालने में सक्षम है। शरीफ ने कहा कि, जब मैं पाकिस्तान छोड़कर विदेश जा रहा था, तो मुझे खुशी का कोई एहसास नहीं था लेकिन आज मैं खुश हूं। उन्होंने कहा कि बहुत अच्छा होता अगर देश की स्थिति 2017 की तुलना में आज बेहतर होती। नवाज शरीफ ने कहा कि देश की स्थिति देखकर मैं बहुत चिंतित और निराश हो जाता हूं। जिस देश को आगे बढ़ना था, वह अब आर्थिक और एकता की दृष्टि से पीछे जा रहा है। शरीफ ने कहा, हमें अपने पैरों पर खड़ा होना होगा, कोई और हमारी मदद नहीं करेगा।
हम 9 मई के नहीं, 28 मई के पीछेः नवाज
दुबई छोड़ने से पहले शरीफ ने कहा, मैंने हमेशा सब कुछ भगवान पर छोड़ा है और इस बार भी ऐसा कर रहा हूं। शरीफ ने अपनी पार्टी की तुलना इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) से की और उस दिन का जिक्र किया, जब उनकी सरकार ने 1998 में सफल परमाणु परीक्षण किया था। उन्होंने कहा, 9 मई नहीं, बल्कि 28 मई के पीछे हम ही हैं। गौरतलब है कि पाकिस्तान में 9 मई को इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में हिंसक विरोध प्रदर्शन थे, जिसमें सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले भी शामिल थे।
रैली स्थल पर भावुक हुआ माहौल
लाहौर के ग्रेटर इकबाल पार्क स्थित मीनार-ए-पाकिस्तान आयोजन स्थल पर माहौल काफी भावुक होते देखा गया। पार्टी नेता और नवाज शरीफ की पुत्री मरियम नवाज ने यहां आंसू रोकते हुए भरे गले से पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। यहां मरियम औरंगजेब भी मंच पर अपने आंसू पोंछते देखी गईं। रैली को संबोधित करते हुए मरियम नवाज ने कहा, यहां मैं कोई भाषण नहीं दूंगी। सिर्फ नवाज शरीफ आपसे बात करेंगे। उन्होंने कहा, हमने नहीं सोचा था कि मीनार-ए-पाकिस्तान जैसा विशाल आयोजन स्थल भी पीएमएल-एन के कार्यकर्ताओं के लिए छोटा पड़ जाएगा। रैली को संबोधित करते हुए पंजाब के पूर्व मुख्य मंत्री हमजा शरीफ ने बताया कि कैसे लाहौर की गलियां उनके समर्थकों से अटी पड़ी थीं।
देश अपराधी का स्वागत कर रहाः पीटीआइ
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सुप्रीमो नवाज शरीफ की देश वापसी पर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पीटीआइ प्रवक्ता ने कहा, ‘कायर भगोड़ा न्यायिक शरण के तहत लौट रहा है।’ लंदन से देश में ‘राष्ट्रीय अपराधी की वापसी’ का मार्ग प्रशस्त करने के लिए, राज्य ने अपने हाथों से शर्म, विनम्रता, कानून और न्याय को दफन कर दिया है। देश एक अपराधी का स्वागत कर रहा है।
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