मालदीव की सेना का होगा कंट्रोल
मालदीव (Maldives) के स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 10 मई के बाद किसी भी देश की सेना को तैनात नहीं रहने दिया जाएगा। मालदीव के राष्ट्रीय रक्षा बल यानी ( MNDF) के मैनजमेंट के प्रधान निदेशक कर्नल अहमद मुजुबाथा मोहम्मद ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि भारतीय हेलिकॉप्टर्स और उनके क्रू पर मालदीव की सेना का कंट्रोल होगा। उन्होंने मालदीव से भारत के सैनिकों की स्वदेश वापसी पर भी बयान दिया।
पिछले दिनों एक गैर सैन्य टीम गई थी मालदीव
बता दें कि हाल ही में भारत की तरफ से बयान आया था कि तकनीकी विशेषज्ञों की एक टीम, जो गैर सैन्य दल से थी वो मालदीव (Maldives) में अपने हेलिकॉप्टर्स का संचालन करने के लिए मालदीव पहुंच चुके हैं। वहां पर वो सैन्य टुकड़ी की जगह लेंगे। जानकारों का कहना है कि इसके बाद अब ये मालदीव का ये फैसला सामने आया है। मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने जानबूझकर ये फैसला लिया है ताकि भारत का ये दल और सैन्य बल यहां से वापस चला जाए।
पिछले दिनों एक गैर सैन्य टीम गई थी मालदीव
बता दें कि हाल ही में भारत की तरफ से बयान आया था कि तकनीकी विशेषज्ञों की एक टीम, जो गैर सैन्य दल से थी वो मालदीव (Maldives) में अपने हेलिकॉप्टर्स का संचालन करने के लिए मालदीव पहुंच चुके हैं। वहां पर वो सैन्य टुकड़ी की जगह लेंगे। जानकारों का कहना है कि इसके बाद अब ये मालदीव का ये फैसला सामने आया है। मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने जानबूझकर ये फैसला लिया है ताकि भारत का ये दल और सैन्य बल यहां से वापस चला जाए।
मालदीव में भारत के 88 सैनिक कर रहे हैं काम
बता दें कि मालदीव में भारत के 88 सैनिक काम कर रहे हैं, मालदीव में ये सैनिक भारत के दो हेलिकॉप्टर और एक एयरक्राफ्ट के रखरखाव का काम देखते हैं। दरअसल भारत और मालदीव के बीच समझौते के मुताबिक ही ये सैनिक मालदीव छोड़कर जाएंगे। बता दें कि भारत ने 2010 से 2020 तक मालदीव को 3 हेलिकॉप्टर दिए थे, मालदीव में ये विमान आपातकालीन स्थिति के लिए प्रयोग किए जाते हैं। यानी इन्हें किसी दुर्घटना में लोगों के राहत और बचाव कार्य के लिए प्रयोग किया जाता है। इन हेलिकॉप्टर्स का रखरखाव और संचालन मालदीव में भारत की सेना ही करती है लेकिन अब मालदीव और भारत के इस समझौते के तहत भारत की सेना मालदीव छोड़कर जाएगी और इन हेलिकॉप्टर्स का संचालन मालदीव की सेना करेगी।