हालांकि उनके इस ऐलान के बावजूद राष्ट्रपति सर्जियो मेटेरेला ने द्राघी के रेजिगनेशन को नामंजूर कर दिया। दरअसल राष्ट्रपति चाहते हैं कि, द्राघी अपने पद पर बने रहें। खास बात यह है कि इटली के राष्ट्रपति सर्जियो मेटेरेला ने पीएम द्राघी के इस्तीफे पर विचार करने से भी इनकार कर दिया है।
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इटली के प्रधानमंत्री द्राघी ने एक दिन पहले ही अपने पद से इस्तीफे की पेशकश की। हालांकि उनकी पेशकर पर विचार नहीं किया गया। इसके बाद उन्होंने अपने मंत्रिमंडल से कहा कि, ‘मैं यह घोषणा करना चाहता हूं कि आज मैं राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दूंगा।’
मंत्रिमंडल में अपने इस ऐलान के कुछ देर बाद तय समय पर उन्होंने इस्तीफा राष्ट्रपति को सौंप भी दिया।
राजनीतिक उठापटक से बचने के लिए राष्ट्रपति सर्जियो ने पीएम द्राघी का इस्तीफा नामंजूर कर दिया। यही नहीं उन्होंने इस पर विचार करने से भी इनकार कर दिया।
द्राघी के त्यागपत्र को नामंजूर करने के बाद राष्ट्रपति भवन की ओर से बयान भी आया, ‘मेटेरेला ने इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है और प्रधानमंत्री को बयान देने के लिए संसद में पेश होने के लिए आमंत्रित किया है।’
बहुमत करना होगा साबित
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम द्राघी को अगले सप्ताह संसद को संबोधित करना है। यहां उन्हें बहुमत भी साबित करना होगा, जिस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।
प्रधानमंत्री द्राघी के इस्तीफा देने की नौबत देश में इस वजह से आई, क्योंकि सरकार की सहयोगी पांच सितारा आंदोलन ने सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया। यही नहीं उन्होंने विश्वास मत में हिस्सा लेने से भी साफ इनकार कर दिया।
यही वजह है कि सरकार गिरने की आशंकाओं के बीच पीएम द्राघी ने इस्तीफे की पेशकश कर डाली। उन्होंने कहा था कि, “गठबंधन सरकार चलाने के लिए जो जरूरी शर्तें और सीट चाहिए वो अब हमारे पास नहीं है।
दरअसल गठबंधन में दरार की वजह फाइव स्टार मूवमेंट पार्टी के नेता ग्यूसेप कोंटे की ओर से परिवारों और कारोबारियों के लिए सरकार के £19.5 बिलियन के आर्थिक सहायता पैकेज का समर्थन न करना है।
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