युद्धपीड़ितों तक भोजन नहीं पहुंचने दे रहे इजरायली सैनिक संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की इस चेतावनी ने पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है और अब ये देश किसी भी तरह इस युद्ध को खत्म करने की कोशिशों को धार देने में लग गए हैं। गौर करने वाली बात ये है कि UN की ये चेतावनी ऐसे समय़ पर आई है , जब इजरायली सेना फिलीस्तीन में पहुंचाई जाने वाली रसद सामग्री की टीम पर हमला कर रहे हैं। इजरायली सेना य़े भोजन युद्धपीड़ितों तक पहुंचने ही नहीं दे रही है। इसका असर अब ये हो रहा है कि ये निर्दोश लोग जानवरों का चारा खाने को मजबूर हो रहे हैं और तो और कई लोग जानवरों को मारकर उसका मांस खाने को मजबूर हैं।
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Israel-Palestine war: युद्ध पीड़ितों तक भोजन भी नहीं पहुंचने दे रहा इजरायल, लोग जानवरों का चारा खाने को मजबूर 6 में से एक बच्चा हो रहा कुपोषण का शिकार संयुक्त राष्ट्र मानवतावादी एजेंसी (UNOCHA) के उप प्रमुख रमेश राजसिंघम ने कहा कि फरवरी के अंत में हम गाजा में कम से कम 576,000 लोगों के साथ हैं, जो कि पूरी आबादी का एक-चौथाई हिस्सा है। ये आबादी गाजा में आने वाले अकाल से सिर्फ एक कदम दूर है। गाजा (Gaza) में खाद्य सुरक्षा पर बैठक में कहा गया कि उत्तरी गाजा में दो साल से कम उम्र के प्रति 6 बच्चों में से एक गंभीर कुपोषण और कमजोरी से पीड़ित हो रहा है और फिलिस्तीन (Phalestine) के सभी 2.3 मिलियन लोग जिंदा रहने के लिए जिस भोजन को खा रहे हैं, वो बेहद अपर्याप्त है। अगर कुछ नहीं किया गया, तो हमें डर है कि गाजा में व्यापक रूप से अकाल फैल जाएगा।
मानवीय संकट झेल रहा गाज़ा इजरायल (Israel) ने उत्तर और मध्य गाजा में जमीनी आक्रमण और इलाके में एक को छोड़कर सभी क्रॉसिंग पॉइंट को बंद कर दिए हैं, जिससे रसद सामग्री लाने वाले ट्रक अंदर जा ही नहीं पा रहे हैं और किसी तरह वो जाते भी हैं तो ये सैनिक उस पर हमला कर देते हैं। इसलिए अब वहां पर मानवीय संकट पैदा हो गया है, लोग युद्ध की विभीषिका से तो मर रही रहे हैं, अब लोग भूख से भी मरने लगे हैं इनमें सबसे बदतर हालत बच्चों की हो रही है।