साढ़े 6 लाख बच्चों की वजह से किया सीज़फायर
दरअसल इजरायल ने सितंबर में गाजा में लड़ाई को कुछ समय के लिए रोकने पर सहमति व्यक्त की है, ताकि इस क्षेत्र में रहने वाले छोटे बच्चों को पोलियो का टीका लगाया जा सके। संयुक्ता राष्ट्र के आह्वान पर इजरायल ने गाज़ा में अलग-अलग जगहों पर 3-3 दिन के लिए सीजफायर करने का फैसला किया है। दरअसल गाज़ा में लगभग 640,000 बच्चों का पोलियो टीकाकरण होना है। क्योंकि जून के महीने में गाज़ा में पोलियो के अचानक केस बढ़ गए थेस जिसके बाद ये टीकाकरण अभियान शुरू किया जा रहा है।
इतने दिन रहेगा सीज़फायर
WHO के प्रतिनिधि रिक पीपरकोर्न ने गुरुवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि 1 सितंबर से ये टीकाकरण अभियान शुरू होगा और इसे 3-3 दिन के चरणों में बांट जाएगा। पहले तीन दिन सेंट्रल गाज़ा में, दूसरे तीन दिन दक्षिण गाजा में और फिर उत्तरी गाजा में ये अभियान चलाया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक गाज़ा में पोलियो फैलने का कारण भी इजरायल ही है। क्योंकि गाजा में 10 महीने से ज्यादा लगातार बमबारी हुई है। WHO के मुताबिक 2022 में इस क्षेत्र में पोलियो वैक्सीन कवरेज 99% होने का अनुमान था, लेकिन इस साल की शुरुआत में यह 90% से नीचे गिर गया। पीपरकोर्न ने चेतावनी दी कि प्रकोप को रोकने के लिए 90% से अधिक कवरेज की जरूरत थी।
सीज़फायर के दौरान होगा टीकाकरण
वहीं इज़रायली अधिकारी ने कहा कि गाज़ा में पोलियो टीकाकरण शुरू हो जाएगा। इसके हर चरण में लगभग 7 घंटे लगने की उम्मीद है और उन घंटों के दौरान, टीके इन सीज़फायर वाले इलाकों में दिए जाएंगे। इधर हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य बासम नैम ने टीकाकरण अभियान को लागू करने के लिए गाजा में रोक लगाने की कोशिशों का स्वागत किया है। उसने कहा कि वो इस अभियान को सुरक्षित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं।