इजरायल ने अमेरिका ने भेजी सेना
ईरान के इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइल अटैक के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पूरी दुनिया के सामने ये ऐलान कर दिया कि वो युद्ध को बढ़ावा नहीं दे रहे हैं लेकिन ईरान को रोकने के लिए अमेरिका इजरायल के साथ है और ईरान से अमेरिका और इजरायल मिलकर लड़ेगा। इसके बाद बाइडेन ने इजरायल में अमेरिकी सेना भेज दी, साथ ही इजरायल को सहायता जारी करने की घोषणा की।
अमेरिका के मिलने से ईरान से भी चौगुनी हो गई इजरायल की ताकत
हथियारों और सैन्य शक्ति के मामले में इजरायल ईरान के आगे एक कमजोर देश माना जाता है। ईरान के पास सैनिकों और हथियारों का जखीरा है, जबकि इजरायल इस मामले में ईरान से बहुत पीछे है। लेकिन इजरायल अत्याधुनिक तकनीक से लैस है। इसलिए ये देश अपनी हर जंग को जीत लेता है। अब इजरायल को दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका का साथ मिल गया है। अमेरिका ईरान से कई गुना ज्यादा पॉवरफुल है, चाहे वो सैन्यशक्ति के मामले में हो या फिर हथियारों के मामले में। सिर्फ इतना ही नहीं अमेरिका परमाणु शक्ति संपन्न देश है, जबकि ईरान परमाणु शक्ति हासिल करने की जद्दोजहद कर रहा है। अमेरिका के साथ मिलकर इजरायल अब ईरान के आगे कितना ताकतवर हो गया है। ये इन आंकड़ों से साफ-साफ पता चल रहा है। हालांकि ईरान ने भी दुनिया से ये कह दिया है कि वो युद्ध नहीं चाहता है। दरअसल ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा है कि वो इस संघर्ष को युद्ध में बदलना नहीं चाहते हैं। इसलिए वो दूसरे देशों के अपील करते हैं कि वो इजरायल को रोक दें।