रिपोर्ट्स में कहा गया है कि ISIS के इन आतंकियों ने इराक के कर्बला में अरबईन की तीर्थयात्रा से लौट रहे शिया हज़ारों पर हमला किया। जो पैगंबर मोहम्मद के पोते और इस्लाम के शिया संप्रदाय के संस्थापक इमाम हुसैन की मृत्यु के शोक के 40वें दिन का प्रतीक है।
तस्वीर लेने की आड़ में बस को रोका
इन आतंकवादियों ने तस्वीरें लेने की आड़ में पीड़ितों को ले जा रही बस को रोका और फिर गोलीबारी कर दी। इसमें 14 लोगों की मौके पर मौत हो गई। बता दें कि इस्लामिक स्टेट की सेंट्रल एशिया शाखा, इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रांत (ISKP), अफगानिस्तान और पड़ोसी देशों में सक्रिय है। ISKP अफगानिस्तान के शासक तालिबान के खिलाफ सालों से आंदोलन चला रहा है। ISKP और उसके मूल ISIS अफगानिस्तान में तालिबान के खलीफा को खारिज करते हैं। क्योंकि जहां तालिबान सिर्फ अफगानिस्तान तक सीमित हैं, वहीं ISIS पूरी दुनिया में आतंक मचा रहा है और वो दुनिया भर में खिलाफत नामक एक इस्लामी राज्य स्थापित करना चाहता है।