अमेरिका ने दक्षिणी या उत्तरी इजरायल पर मिसाइल हमले की आशंका जताई गई है। इस बीच, इजरायल भी हाईअलर्ट पर है। सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगरी ने कहा है कि नागरिकों को मौजूदा और अपरिवर्तित होम फ्रंट कमांड दिशानिर्देशों का पालन करना जारी रखना चाहिए और सतर्क रहना चाहिए। हम रक्षात्मक और आक्रामक रूप से हाई अलर्ट पर हैं और किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार हैं।
इजरायल बोला, हमले का मुंहतोड़ देंगे जवाब
इजरायल (Iran Attack on Israel) पर संभावित ईरानी हमले को लेकर तनाव के बीच इजरायली सेना ने कहा कि ऐसा कोई हमला होता है (Iran-Israel Conflict) तो वह पूरी तरह से मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार हैं। इजरायली सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगरी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, इजरायल (Israel) विभिन्न परिस्थितियों के लिए सतर्क और अत्यधिक तैयार है, हम लगातार स्थिति का आकलन कर रहे हैं। इससे पहले खामेनेई (Ali Khamnei) ने बुधवार को चेतावनी दी कि इजरायल को दंडित किया जाना चाहिए और दंडित किया जाएगा, इसके जवाब में इजरायली विदेश मंत्री इजराइल काट्ज ने सोशल मीडिया साइट एक्स (पहले ट्विटर) पर तुरंत जवाब दिया कि अगर ईरान हमला करता है, तो इजरायल पलटवार करेगा।
अमरीका-फ्रांस को भी अपने लोगों की चिंता
भारत के अलावा अमरीका व फ्रांस (France) ने भी पश्चिम एशियाई देशों में व्यापक युद्ध के तनाव के बीच अपने नागरिकों से सावधान रहने को कहा है। इजरायल में अमरीकी दूतावास ने घोषणा की कि वह सुरक्षा के (Iran-Israel Conflict) कारण अपने राजनयिकों की गतिविधियों को प्रतिबंधित कर रहा है। कर्मचारी और उनके परिवार तेल अवीव, येरुशलम और बीयरशीवा क्षेत्रों के बाहर आगे तक व्यक्तिगत यात्रा नहीं कर सकते। फ्रांस ने शुक्रवार को अपने नागरिकों को आने वाले दिनों में ईरान, लेबनान, इजरायल फिलिस्तीनी क्षेत्रों की यात्रा से अनिवार्य रूप से परहेज करने की चेतावनी दी है। राजनयिकों के परिवारों को वापस बुलाया जा रहा है। उधर, जर्मन एयरलाइंस लुफ्थांसा ने ईरान की उड़ानों का अस्थायी निलंबन शनिवार तक बढ़ा दिया।
क्या सीधे हमले का हो सकता है उलटा असर
अमरीका (USA) ने ईरान को चेतावनी दी है कि वह इजरायल पर हमला न करें। रिपोर्ट के अनुसार ईरान अत्याधुनिक मध्यम दूरी की मिसाइलों के साथ सीधे हमला कर सकता है। हालांकि, कुछ रिपोर्ट में ईरानी नेतृत्व के सलाहकार एक व्यक्ति के हवाले से कहा गया है कि ईरान ने इस संबंध में (Iran-Israel Conflict) कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है। सलाहकार ने बताया, सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई अभी सीधे हमले से होने वाले वैश्विक राजनीतिक जोखिम का आकलन कर रहे हैं। ईरान की चिंता है कि सीधे हमले का उल्टा असर हो सकता है क्योंकि इजरायल अपनी आधुनिक तकनीकों से मिसाइलों को रोक देगा और ईरान के रणनीतिक बुनियादी ढांचे पर बड़े पैमाने पर जवाबी कार्रवाई करेगा।
भारत ने किया संयम बरतने का आह्वान
भारत के विदेश मंत्रालय प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा भारत पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव, हिंसा और अस्थिरता से चिंतित हैं। हम सभी पक्षों से ऐसे कार्यों से बचने का आग्रह करते हैं जो आम तौर पर स्वीकृत सिद्धांतों और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के खिलाफ जाते हैं। भारत के अलावा फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन और रूस सहित कई देशों ने देशों से संयम से काम लेने का आग्रह किया। ईरान (Iran-Israel Conflict) ने अपनी ओर से दावा किया कि अगर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने हमले की निंदा की होती तो हमारे दूतावास परिसर पर हमले का अनिवार्य बदला लेने वाली स्थिति को टाला जा सकता था।