जिस एयरबेस से इजरायल ने लेबनान में किए थे हमले, वो रहा टारगेट
तेहरान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल के नेवतिम एयर बेस में इज़राइल के F-35 फाइटर जेट हैं। 27 सितंबर को बेरूत पर बमबारी करने वाले फाइटर जेट इसी सैन्य एयर बेस से उड़े थे। बाघेरी ने कहा कि ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प्स (IRGC) एयरोस्पेस फोर्स के बैलिस्टिक मिसाइल हमला 31 जुलाई को हमास प्रमुख इस्माइल हनियाह और IRGC कमांडर अब्बास निलफोरुशन की हत्या और 27 सितंबर को बेरूत में हिजबुल्लाह नेता सैय्यद हसन नसरल्लाह की हत्या के जवाब में किया गया। ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने कहा है ये कार्रवाई ईरान के हितों और नागरिकों की रक्षा में थी।
इजरायल ने रोक दी मिसाइलें
ईरान के कई शहरों और कस्बों में लोग मंगलवार रात को ईरानी, लेबनानी और फिलिस्तीनी झंडे लेकर सड़कों और चौराहों पर उतरे और जश्न मनाया। उन्होंने इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प्स के इजरायल पर किए गए इस हमले पर अपनी एकजुटता दिखाई। हालांकि मोसाद और एयरबेस पर कुछ नुकसान नहीं हुआ है क्योंकि इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम ने इन मिसाइलों को अपने टारगेट पर पहुंचने से पहले ही रोक दिया था।
नेतन्याहू ने बदला लेने की खाई कसम
उधर इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने देश पर ईरान के मिसाइल हमले को बड़ी गलती बताया और कहा कि ईरान को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। ईरानी शासन इजरायल की खुद की रक्षा करने की दृढ़ संकल्प और अपने दुश्मनों से बदला लेने की हमारी दृढ़ संकल्प को नहीं समझता है। बता दें कि ईरान ने लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइलों की बौछार के साथ इजरायल पर हमला किया। पेंटागन के प्रेस सचिव ने एक ब्रीफिंग के दौरान कहा कि ईरान से दागी गई बैलिस्टिक मिसाइलों में से ज्यादातर मिसाइलें अपने टारगेट तक पहुंचने से पहले ही नष्ट हो गईं, कुछ टारगेट तक पहुंची लेकिन उनसे मामूली नुकसान हुआ है।