कोई संविधान नहीं
सऊदी अरब के बुनियादी कानून का आर्टिकल 1 इस बात पर जोर देता है कि पवित्र ग्रंथ कुरान और पैगंबर मोहम्मद ही उसके संविधान हैं, यह देश वास्तव में शरियत कानून के मुताबिक चलता है।
महिलाओं को कार चलाने की आजादी नहीं
सऊदी अरब में महिलाओं को कार चलाने की आजादी नहीं है। हालांकि, हाल के कुछ वर्षों में स्थानीय महिला सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इसे लेकर प्रदर्शन किया है। इनमें से कुछ को मुकदमे का सामना करना पड़ा है। हालांकि यह बैन अगले साल से हटने वाला है और इसके लिए कानूनी प्रक्रिया शुरू हो गई है।
मक्का और मदीना को पवित्र शहर
इस्लाम में मक्का और मदीना को दो पवित्र शहर माना जाता है, यहां हर साल दुनिया भर से बड़ी संख्या में मुस्लिम तीर्थयात्री आते हैं। सऊदी अरब इस यात्रा के लिए हर देश को स्पेशल कोटा देता है जिससे यहां आने वालों की संख्या को नियंत्रित व बेहतर प्रबंधन किया जा सके।
महिला और वोटिंग
सऊदी अरब दुनिया का आखिरी ऐसा देश है, जिसने महिलाओं को वोट डालने की आजादी दी। 2011 में, शेख अब्दुल्ला ने आदेश देकर म्युनिसिपल इलेक्शन में महिलाओं के वोट डालने का रास्ता तैयार किया।
एक भी नदी या झील नहीं
सऊदी अरब में पानी दुर्लभ चीज है और इसीलिए यह यहां बेहद कीमती भी है। सऊदी अरब में एक्वीफर्स पानी का बड़ा स्रोत हैं। ये अंडरग्राउंड बनाए गए बहुत बड़े जलाशय हैं। यहां जल का एक दूसरा बड़ा स्रोत समुद्र है। सऊदी अरब समुद्र का पानी को पीने लायक बना कर इस्तेमाल करता है। तेल से महंगा पानी
सऊदी अरब में कोई बड़ी नदी या झील नहीं है और यहां बहुत कम बारिश होती है। सऊदी अरब दुनिया में सबसे ज्यादा तेल उत्पादन करने वाले देशों में से है, इसलिए यह जानकर आपको आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि
सऊदी अरब में एक गैलन पानी एक गैलन तेल से ज्यादा महंगा है।
सऊदी अरब ने सन 2012 में सरकारी दफ्तरों और अधिकतर सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान पर बैन लगा दिया था। सऊदी अरब के आंकड़े बताते हैं कि देश के आम लोग औसतन 8 डॉलर हर रोज सिगरेट पर खर्च करते हैं।
सऊदी अरब के कारों के शौकीनों ने एक अलग तरह का खेल ईजाद किया है, जिसका नाम साइडवॉक स्कीइंग है। इसमें मोटर कार उसके एक तरफ के पहियों पर खड़ी कर खेल खेला जाता है। रियाद ऊंट बाजार दुनिया का सबसे बड़ा ऊंट बाजार है। यहां रोजाना लगभग 100 ऊंट बिकते हैं। देश में अकेली महिला, चाहे वह स्थानीय हो या विदेशी- उसे अजनबी पुरुष के साथ जाने की इजाजत नहीं है।
द किंग्डम टावर
2018 में, सऊदी अरब में दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बन कर तैयार हो रही है। अतुलनीय किंग्डम टावर 3,280 फीट (एक किलोमीटर से भी लंबी) दुनिया की पहली इमारत होगी, इस टावर में एक होटल व ऑफिस होंगे। यह नए जमाने की इंजीनियरिंग को नए स्तर तक लेकर जाएगी। मिल्ट्री में महिलाओं के लिए पोशाक
सऊदी अरब में गैर-मुस्लिम महिलाओं को सिर से पैर तक खुद को ढंकने की जरूरत नहीं है। हालांकि सन 2001 में देश में स्थित अमेरिकी मिल्ट्री बेस में महिलाओं को ऐसी ड्रेस पहनने का आदेश दिया गया। मार्था मैकसैली, एक हाई रैंक यूएस फाइटर पायलट थीं, उन्होंने इस आदेश पर अमेरिका के रक्षा सचिव डोनाल्ड रम्सफील्ड पर केस किया। मैकसैली ने यह केस जीत भी लिया। उसी वक्त से यूएस सर्विसविमिन को हैडस्कार्फ पहनने से छूट मिल गई।
महिलाएं मनचाहा काम करने के लिए आजाद
सऊदी इंडस्ट्रियल प्रॉपर्टी अथॉरिटी, मोडोन को देश को बाकी आधुनिक दुनिया के साथ कदम से कदम मिला कर चलते देखने के मकसद से एक आधुनिक शहर बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस शहर में सिर्फ महिलाएं ही रहेंगी, जो पूरी आजादी और मनचाहा काम कर सकती हैं। यहां महिलाएं कड़े इस्लामी कानून को तोड़े बिना मनचाहा काम करने के लिए पूरी तरह आजाद होंगी। तलवारबाजों की कमी
सऊदी अरब में मृत्यु की सजा आम है। मृत्युदंड देने के मामले में दुनिया में सऊदी का नंबर चौथा है। देश में गर्दन काट कर मृत्यु देने की सजा सबसे आम है, लेकिन बड़ी संख्या में इस सजा के चलते देश में सजा देने वालों की कमी हो गई है और देश किसी दूसरे तरीके पर विचार कर रहा है।
जादू की इजाजत नहीं
सऊदी अरब में जादू या टोने पर पूरी तरह प्रतिबंध है। देश में एक स्पेशल पुलिस यूनिट है, जो जादूगरों को ही पकड़ने का काम करती है। ऐसा करना देश में एक बड़ा अपराध है और इसकी सजा गर्दन काटने के रूप में दी जाती है। यही वजह थी कि देश में हैरी पॉटर पर बैन लगा दिया गया था।