भारत का पहला निजी सैटेलाइट
TASL के CEO सुकरन सिंह ने बताया कि अमरीकी SATL के सहयोग से ये उपलब्धि हासिल हुई है। इससे पहले भारत की स्पेस एजेंसी ISRO ने कई हाई-रिज़ॉल्यूशन वाले धरती पर निगरानी रखने वाले उपग्रह लॉन्च किए हैं लेकिन ये भारत में निजी क्षेत्र का पहला सब-मीटर हाई-रिज़ॉल्यूशन पृथ्वी का निगरानी करने वाला उपग्रह है।
क्या है सैटेलाइट की खूबी
1- भारत के इस उपग्रह से हाई रिजोल्यूशन वाली ऑप्टिकल क्वालिटी की इमेज मिलेंगी जो धरती के निरीक्षण के डेटा को इकट्ठा करने में मदद करेगी।
2- भारत का ये निजी सेटेलाइट TSAT-1A अपनी मल्टीस्पेक्ट्रल और हाइपरस्पेक्ट्रल क्षमताओं के जरिए जो फोटो भेजेगा उससे भविष्य में भारतीय सशस्त्र बलों को काफी फायदा पहुंचेगा।
3- इस सैटेलाइट में लगभग 0.5-0.8-मीटर रिज़ॉल्यूशन है, जिसे सॉफ़्टवेयर के जरिए0.5 से 0.6-मीटर सुपर रिज़ॉल्यूशन तक बढ़ाया जा सकता है। ये धरती की निचली कक्षा में है और इसका वजन 50 किलोग्राम से कम है।
भारत सरकार को दिया धन्यवाद
सुकरन सिंह ने बताया कि “इस सैटेलाइट (TSAT-1A) की लॉन्चिंग भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए TASL की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। ये हमारा पहला कदम है। सैटेलॉजिक के साथ हमारी साझेदारी ने भारत में इसे असेंबल किया गया और फिर परीक्षण हुआ। हमने पूरी कोशिश कर अपनी श्रेणी का सर्वश्रेष्ठ, सब-मीटर ऑप्टिकल उपग्रह बनाया है। जिसे एलन मस्क (Elon Musk) की स्पेसएक्स ने लॉन्च किया। इसके अलावा हम इस काम के लिए उन सभी कामों के लिए भारत सरकार को धन्यवाद देते हैं जिन्हें करने के लिए उन्होंने हमें परमिशन दी। अनुमतियों के लिए विभिन्न भारतीय सरकारी अधिकारियों से मिले समर्थन के लिए आभारी हैं।