मां को बताया अपना गुरू
डीएनसी के अंतिम दिन कमला हैरिस (Kamala Harris) के मंच पर पहुंचते ही हजारों समर्थक उनके पक्ष में नारे लगाने लगे। इस मौके पर उन्होंने अपनी मां श्यामला गोपालन हैरिस को याद करते हुए कहा, मेरी मां ने मुझे सिखाया कि अन्याय की शिकायत करने की बजाय कुछ करें। उन्होंने ही हमें सिखाया कि कभी भी कोई काम आधा-अधूरा न करें। नस्लवाद की ओर इशारा करते हुए हैरिस ने कहा, मैंने देखा कि दुनिया कभी-कभी मेरी मां के कैसा व्यवहार करती थी, लेकिन मेरी मां ने कभी अपना संयम नहीं खोया। 59 वर्षीय हैरिस ने कहा, इस चुनाव के साथ ही हमारे देश के पास अतीत की कड़वाहट, निराशावाद और विभाजनकारी लड़ाइयों से आगे बढऩे का एक अनमोल अवसर है। हैरिस एक माह पहले 81 वर्षीय जो बाइडन के अचानक दौड़ से हटने के बाद डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के रूप में उभरी थीं।
‘हिंदू फॉर कमला हैरिस’
कमला हैरिस का समर्थन करने के लिए अमरीका के कुछ हिंदू संगठनों ने मिलकर ‘हिंदू फॉर कमला हैरिस’ समूह बनाया है। समूह का मानना है कि कमला हैरिस भारत, अमरीका और दुनिया के लिए अच्छी नेता होंगी। ‘हिंदू फॉर कमला हैरिस’ समूह के संस्थापक सदस्यों ने कहा कि ‘कमला देवी हैरिस को अमरीका की 47वीं राष्ट्रपति’ नियुक्त होने में मदद के लिए यह समूह बनाया गया है। कौन थी कमला की मां श्यामला
श्यामला गोपालन का जन्म और पालन-पोषण चेन्नई में हुआ। 19 साल की उम्र में कमला 1958 में स्तन कैंसर के इलाज के लिए अमरीका चली गई थीं। यहीं आगे की पढ़ाई की। बर्कले विवि में उनकी मुलाकात हैरिस के पिता डोनाल्ड हैरिस से हुई, जिनसे उन्होंने 1963 में शादी कर ली। हैरिस से उनकी दो बेटियों कमला और माया का जन्म हुआ। 1971 में डोनाल्ड ने श्यामला से तलाक ले लिया। 2009 में कोलन कैंसर से श्यामला की मौत हो गई। वह बेटी को कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल, सीनेटर या उपराष्ट्रपति बनते नहीं देख पाई। लेकिन कमला हैरिस ने अपनी यात्रा के पीछे अपनी मां को प्रेरक शक्ति बताया।