मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरानी मिरसाद ड्रोन ने उस समय डाइनिंग हॉल पर हमला किया जब सैनिक बेस के अंदर खाना खाने के लिए इकट्ठा हो रहे थे। आइडीएफ ने बताया कि सात और सैनिक गंभीर रूप से घायल हैं। उधर, इजराइली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने बताया कि घटना से जुड़ी परिस्थितियों की जांच की जा रही है, क्योंकि ड्रोन हमले के दौरान कोई चेतावनी सायरन नहीं बजा। मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जिस समय हमला हुआ उस समय इजराइली सेनाध्यक्ष हर्जी हवेली भी बेस पर मौजूद थे। हमले के बाद,
इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान पर निशाना साधा है।
हिजबुल्लाह ने की इजराइली इंटेलीजेंस में घुसपैठ
इस घटनाक्रम को हिजबुल्लाह की इंटेलीजेंस की बड़ी सफलता माना जा रहा है, जिसने ऐसे मौके पर बेस पर हमला किया जबकि बड़ी संख्या में सैनिक एक जगह मौजूद थे। शुरुआती जांच के अनुसार, हिजबुल्लाह की ओर से लॉन्च किए गए दोनों ड्रोन समुद्र से इजराइली हवाई क्षेत्र में घुसे थे। दोनों ही ईरानी मिरसाद ड्रोन थे। इस ड्रोन की रेंज 120 किलोमीटर, 370 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति, 40 किग्रा विस्फोटक ले जाने की क्षमता है। ईरान में अलर्ट, तेल लोडिंग 70 फीसदी गिरी
हिजबुल्लाह के इस हमले के बाद ईरान में इजराइली हमले को लेकर हाई अलर्ट देखा जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ईरान अब इजराइली सैन्य गतिविधियों पर नजर रखने के लिए रूसी सैटेलाइट की मदद ले रहा है। साथ ही ईरान पिछले दिनों जिस तरह से अपनी ही जमीन पर इजराइल के हमले रोकने में असमर्थ रहा है, उसको लेकर ईरान अपने ही इटेंलीजेंस पर भरोसा नहीं कर पा रहा है। उधर, ईरानी हमले की आशंकाओं के चलते अक्टूबर के पहले दस दिनों में ही ईरान के तेल लदान में लगभग 70% की गिरावट आई, क्योंकि तेल टर्मिनलों पर संभावित इजराइली हमलों की आशंका के कारण ईरानी टैंकर बेड़े की यहां-वहां भेज दिया गया है।
यूरोप ने लगाया ईरानी एयरलाइंस पर प्रतिबंध
उधर, यूरोपीय संघ ने रूस को मिसाइलों और ड्रोन की आपूर्ति की प्रतिक्रिया में ईरान पर नए प्रतिबंध लगा दिए हैं। इसके तहत ईरान की राष्ट्रीय एयरलाइंस समेत सात व्यक्तियों और सात संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।
इजराइल-हिजबुल्लाह जंग अपडेट
इजराइल ने सोमवार को भी गाजा और लेबनान में हमले किए हैं। उत्तरी लेबनान में इजरायली हमलों में 18 की मौत हो गई, वहीं गाजा में एक कैंप और अस्पताल पर हमले में चार लोगों की मौत हो गई और 70 घायल हो गए। अमरीका की ओर से इजरायल को थाड एंटी बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम की आपूर्ति और उसके संचालन के लिए 100 सैनिक तैनात किए जाने के निर्णय पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अमरीका अपने सैनिकों को इजराइल मरने के लिए नहीं भेजे।