72 हजार बच्चों की शिक्षा में आई रुकावट
वॉयस ऑफ अमेरिका की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में इस बारिश से (Heavy Rain) करीब कई अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। सेव द चिल्ड्रन ने हाल ही में दिए एक बयान में कहा था कि अकेले सिंध में ही 72000 बच्चों की शिक्षा खराब मौसम के कारण बाधित हुई है।
पाकिस्तान में बदल रहा बारिश का पैटर्न
पाकिस्तान के मौसम विभाग के मुताबिक देश में मानसून का मौसम जुलाई से सितंबर तक चलता है। इनके शुरुआती दो महीनों में औसत से 60% ज़्यादा बारिश दर्ज की है। जुलाई में औसत से थोड़ी कम बारिश के बाद अगस्त में महीने के औसत से 137% ज़्यादा बारिश हुई। यही नहीं मौसम अधिकारियों को सितंबर में ज़्यादातर सामान्य बारिश की उम्मीद है। विभाग के मुताबिक आंकड़े बता रहे हैं कि पाकिस्तान में बारिश का पैटर्न बदल रहा है। PMD के महानिदेशक साहिबजाद खान ने वॉयस ऑफ अमेरिका को बताया कि वो जो बदलाव देख रहे हैं, वो ये कि मानसून पहले ऊपरी इलाकों में जाता था, लेकिन अब इसमें बदलाव आ रहा है। अब ये दक्षिण की ओर बढ़ रहा है। पिछले दो महीनों में पाकिस्तान के दो दक्षिणी प्रांतों सिंध और बलूचिस्तान में सामान्य से दोगुनी भारी बारिश हुई, जबकि उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में औसत से कम बारिश हुई।
2022 में 30 बिलियन डॉलर का हुआ था नुकसान
देश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश, बाढ़ और विस्थापन के बावजूद जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान इस मानसून के मौसम में बड़े नुकसान से बच गया, जिसका आंशिक कारण 2022 में आई विनाशकारी बाढ़ से मिले सबक है। 2022 में ऐतिहासिक बारिश ने एक ही समय में देश का लगभग एक तिहाई हिस्सा डुबा दिया, जिससे 33 मिलियन पाकिस्तानियों पर असर पड़ा और लगभग 30 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ। अहमद ने कहा कि तब से पाकिस्तान ने परिदृश्यों की योजना बनाने और समुदायों को पहले ही गंभीर मौसम की चेतावनी जारी करने के लिए प्रौद्योगिकी को शामिल किया है। उन्होंने कहा कि बेहतर समन्वय और प्रतिक्रिया समय के कारण क्षति में भी कमी आई है।
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों ने पाकिस्तान के लिए जारी किया था फंड
पिछले साल जुलाई में एशियाई विकास बैंक ने पाकिस्तान के सिंध में घरों और बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण के लिए 400 मिलियन डॉलर के ऋण को मंजूरी दी थी। जनवरी 2023 में एक दानदाता सम्मेलन में, दानदाताओं ने 2022 की बाढ़ के बाद पाकिस्तान को फिर से खड़ा करने में मदद करने के लिए 9 बिलियन डॉलर देने का वादा भी किया था।