इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को वेटिकन सिटी पहुंचे थे, जहां उन्होंने पोप फ्रांसिस से मुलाकात की थी। उन्होंने पोप को भारत आने के लिए आमंत्रित भी किया था। रोम की दो दिवसीय यात्रा के बाद प्रधानमंत्री मोदी 26वीं कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (COP-26) में भाग लेने ब्रिटेन के ग्लास्गो पहुंचेंगे।
-
बता दें कि G-20 एक अग्रणी वैश्विक मंच है जो दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को साथ लाता है। रोम में आयोजित सम्मेलन में G-20 के सदस्य देशों, यूरोपीय संघ और अन्य आमंत्रित देशों के राष्ट्र प्रमुख एवं शासनाध्यक्ष तथा कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को G-20 शिखर सम्मेलन के पहले सत्र में शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य और आर्थिक मुद्दों को लेकर विश्व के नेताओं के साथ चर्चा की थी। अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पीएम मोदी ने बैठक को काफी अच्छा बताया था। बैठक के दौरान पीएम मोदी की तरफ से कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई, ‘वन अर्थ, वन हेल्थ’ (एक पृथ्वीस एक स्वास्थ्य), स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार, सप्लाई चेन के लचीला बनाने और मानव सशक्तिकरण में तकनीक का फायदा उठाने के मुद्दों पर जोर दिया गया।
-
रविवार को आयोजित होने जा रहे कार्यक्रम को काफी अहम माना जा रहा है। G-20 समूह में शामिल ब्राजील, चीन, भारत, जर्मनी और अमरीका ही ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन में अनुमानित 80 फीसदी जिम्मेदार हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु से जुड़ी आफत से बचने के लिए इस आंकड़े का कम किया जाना बेहद जरूरी है। खास बात यह है कि चीन और अमेरिका के बाद भारत तीसरा सबसे बड़ा उत्सर्जक है। ऐसे में COP-26 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी के शामिल होने को काफी जरूरी माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को जी20 शिखर सम्मेलन से इतर अमरीकी राष्ट्रपति जो बिडेन समेत दुनिया के अन्य नेताओं से संवाद किया। भारत में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा ट्वीट की गयी तस्वीरों में प्रधानमंत्री मोदी को बाइडन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात करते हुए देखा जा सकता है।