पुलिस के अनुसार, हमलावर ने हमले से पहले पैगंबर का नाम लेकर कई धार्मिक नारे लगाए। इसके बाद उसने पुलिसकर्मियों पर चाकू से हमला कर दिया। हमलावर के इस हमले से तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।
वहीं, पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए इस आतंकी को गोली मारकर घायल कर दिया, जिसके बाद उसे काबू में किया जा सका। बताया जा रहा है कि शहर में पुलिस के कार्यालय के सामने हमलावर ने सुबह के समय पैगंबर के नाम पर पुलिसकर्मियों धमकी दी थी।
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वैसे, हमलावर की अभी पहचान नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है कि वह अल्जीरिया का रहने वाला है और उसकी उम्र 37 साल है। उसका कोई पुलिस रिकॉर्ड भी नहीं है। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि यह हमलावर कब अल्जीरिया से फ्रांस आया था। इस ताजा हमले ने कांस के लोगों की चिंता बढ़ा दी है। माना जा रहा है कि अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में वोटरों के बीच हिंसात्मक अपराध और आतंकवाद मुख्य मुद्दा हो सकता है।
फ्रांस के गृहमंत्री गेराल्ड ने बताया कि वह सुबह ही घटनास्थल पर जा रहे हैं और नेशनल पुलिस और कांस शहर को अपना पूरा समर्थन देते हैं। बताया जा रहा है कि चाकूबाजी के दौरान पुलिसकर्मियों की जैकेट ने उनकी जान बचा ली। पहले हमले के समय एक पुलिसकर्मी अपनी कार में बैठा हुआ था, तभी हमलावर ने दरवाजा खोलकर उसे चाकू मार दिया। इस दौरान बुलेटप्रूफ जैकेट ने उसकी जान बचा ली।
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इस हमलावर को एक अन्य पुलिसकर्मी ने गोली मार दिया जिसमें वह बुरी तरह से घायल हो गया है। सूत्रों ने बताया कि कांस की पुलिस इस घटना को एक संभावित आतंकी हमले की तरह से देख रही है। इससे पहले 23 अप्रैल को एक पुलिसकर्मी की चाकू से किए गए हमले में मौत हो गई थी। यह हमलावर ट्यूनिशियाई मूल का नागरिक था। पुलिस ने उसे बाद में गोली मार दिया था।