गठबंधन सरकार के गठन के इन प्रयासों को सर्वशक्तिशाली सेना का समर्थन हासिल है। लेकिन पीटीआइ के समर्थक किसी भी तरह से ऐसे प्रयासों का विरोध कर रहे हैं जिसमें पीटीआइ की सरकार बनते नहीं दिख रही हो। ऐसे में चुनावों के बाद कोई एक सर्वमान्य सरकार बनना मुश्किल दिख रहा है। नतीजतन, सेना को डर है कि एक बार फिर देश में 9 मई 2023 जैसे हिंसक विद्रोह की आग भड़क सकती है, जो शायद पहले से भी ज्यादा भयावह हो।
पीटीआइ को राष्ट्रपति से आस, नवाज के साथ सेना
पीटीआइ चेयरमैन गौहर खान का दावा है कि उनकी पार्टी को 150 से अधिक सीटों पर जीत मिली है, लेकिन उन्हें सेना ने धांधली कर हरा दिया। पीटीआइ को यह भी उम्मीद है कि इमरान के द्वारा नियुक्त राष्ट्रपति आरिफ अल्वी उन्हें सरकार के गठन के लिए आमंत्रित करेंगे। वहीं, पीएमएल-एन और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी को गठबंधन सरकार बनाने में एस्टेब्लिशमेंट का साथ मिल रहा है। पाक सेना अध्यक्ष मुनीर और केयरटेकर पीएम अनवारुल हक काकड़ के बयान आ चुके हैं कि देश में जल्द से जल्द गठबंधन सरकार बनाई जाए।
पाकिस्तानः सभी चुनाव परिणाम घोषित
दल | सीटें |
पीटीआई समर्थित निर्दलीय | 93 |
अन्य आजाद उम्मीदवार | 08 |
पीएमएल (एन) | 75 |
पीपीपीपी | 54 |
एमक्यूएम | 17 |
चुनाव स्थगित | 1 |
परिणाम रोके गए | 1 |
अन्य | 17 |
कुल चुनी गई सीटें | 266 |
बहुमत के लिए जरूरी आंकड़ा | 134 |
प्रदर्शनों पर पुलिस की सख्ती शुरू
चुनाव में कथित धोखाधड़ी के खिलाफ विपक्षी दल पीटीआइ के विरोध प्रदर्शनों पर पाकिस्तान पुलिस ने सख्त रवैया अपना लिया है। पुलिस ने कहा है कि प्रदर्शन कर रहे लोगों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे। राजधानी इस्लामाबाद में पुलिस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा है कि, यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि गैरकानूनी सभाओं के लिए लोगों को जुटने का आग्रह करना भी एक अपराध है। इसी तरह की चेतावनी राजधानी रावलपिंडी सहित अन्य शहरों की पुलिस ने जारी की है।
पीएम और सीएम पद के लिए सौदेबाजी का दौर शुरू
उधर, गठबंधन सरकार के गठन के लिए पीएमएल-एन और पीपीपी के बीच सरकार गठन के लिए सौदेबाजी का दौर शुरू हो गया है। पीएमएल-एन अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने पार्टी के नेताओं से कहा है कि पीपीपी इस शर्त पर पीएमएल-एन के साथ गठबंधन सरकार बनाने पर सहमत हो गई है कि बिलावल को पीएम बनाया जाएगा। साथ ही, शहबाज ने पार्टी नेताओं को बताया है कि इसके बदले में पीपीपी पंजाब में सरकार बनाने के लिए पीएमएल-एन का समर्थन करेगी। मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि नवाज शरीफ ने मौजूदा हालात में पीएम पद के लिए अपना नाम वापस ले लिया है। इसके बजाए शरीफ ने गठबंधन में शामिल दलों के समन्यवक की भूमिका निभाने की पेशकश की है।