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आखिर कैसे एक पुलिस कांस्टेबल का बेटा बना अंडरवर्ल्ड डॉन, जानिए दाऊद की डोंगरी टू दुबई की कहानी…

Know the story of Dawood Ibrahim: 90 के दशक में मुंबई में हुए सीरियल बम ब्लास्ट के बाद दाऊद अपने दो भाई अनीस इब्राहिम और नूरा इब्राहिम के साथ दुबई भाग गया था।

Dec 18, 2023 / 02:01 pm

Prashant Tiwari

  Dawood Ibrahim son of  police constable became India most wanted terrorist Know the story of   Dongri to Dubai

 

भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकी दाउद इब्राहिम को जहर देने की खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई भारत के लोगों में 1992 के मुंबई बम ब्लास्ट से लेकर 26/11 तक की यादें ताजा हो गई। सूत्रों के मुताबिक भारत का दुश्मन नंबर 1 दाऊद पाकिस्तान के कराची में अंतिम सांसें गिन रहा है। सोशल मीडिया पर तो उसके मरने का भी दावा किया जा रहा है। बता दें कि दाऊद पिछले 30 साल से पाकिस्तान में छिपकर बैठा है। वह कराची में बैठकर ही दुनियाभर में अपना गैरकानूनी कारोबार चला रहा है। इस बात की पुष्टि कई बार भारतीय जांच एजेंसियों ने की है। लेकिन पाकिस्तान इस बात को मानने को तैयार ही नहीं होता है कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम उसके यहां है। आइए जानते है कि कैसे एक पुलिस कांस्टेबल का बेटा बना अंडरवर्ल्ड डॉन …

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कौन है दाऊद?

भारत के दुश्मन नंबर 1 अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम कासकर का जन्म दिसंबर 1955 में महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में पुलिस कांस्टेबल इब्राहिम कासकर के घर हुआ था। दाऊद के जन्म के बाद दाऊद के पिता अपने परिवार को लेकर मुंबई के डोंगरी इलाके में बस गए। डोंगरी में ही दाऊद पला बढ़ा। जल्द अमीर बनने का सपना देखने वाला दाऊद पैसे की लालच में 70 के दशक में हाजी मस्तान गैंग में काम करने लगा। इस दौरान वह तेजी से आगे बढ़ा और धीरे-धीरे डोंगरी सहित पूरे मुंबई में उसका प्रभाव बढ़ने लगा।

एक वक्त के बाद हाजी मस्तान गैंग से झगड़े के बाद उसने अपना खुद का गैंग बनाया और उसके गैंग को लोग डी-कंपनी कहने लगे। इसके बाद 90 के दशक में मुंबई में हुए सीरियल ब्लास्ट का मास्टर माइंड वही था। धमाकों को अंजाम देने के बाद वो भारत छोड़कर दुबई भाग गया था। उसके बाद उसने पाकिस्तान में अपना नया ठिकाना बनाया। अब वो अपने परिवार के साथ वहीं रहता है।

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मुंबई बम ब्लास्ट के बाद दुबई भाग गया था दाऊद

मुंबई में सीरियल बम ब्लास्ट के बाद दाऊद अपने दो भाई अनीस इब्राहिम और नूरा इब्राहिम के साथ दुबई भाग गया। साल 2007 में नूरा की करांची बम ब्लास्ट में मौत हो गई थी। दूसरा भाई अनीस दाऊद के साथ रहता है। तीसरा भाई इकबाल परिवार के साथ मुंबई में ही रहता है। दो बहनें हसीना पार्कर और सईदा मुंबई में रहती थीं। हालांकि, अब दोनों की मौत हो गई है। फरजाना तुंगेकर का भी निधन हो गया है।

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पाकिस्तान में किया दूसरा निकाह
पाकिस्तान पहुंचने के बाद दाऊद इब्राहिम ने अपनी पहली पत्नी मेहजबीन के रहते हुए एक पाकिस्तानी पठान लड़की से दूसरा निकाह किया। इस बात की पुष्टि दाऊद की पहली बीवी जुबीना जरीन उर्फ मेहजबीन ने भी की थी। दाऊद की पहली बीवी महजबीन ही हर अहम मौके पर भारत में बैठे रिश्तेदारों के संपर्क में वॉट्सप्प कॉल के जरिए जुड़ी रहती है। महजबीन मुंबई की रहने वाली है। महजबीन का तलाक नहीं हुआ है। कहा जाता है कि दाऊद ने महजबीन की सहमति से दूसरा निकाह किया है।

दो बीवियों से हुए 4 बच्चे

अगर दाऊद की फैमली की बात करें तो उसके दोनों बीवियों से चार बच्चे हुए हैं। इनमें तीन बेटियां महरुख इब्राहिम, माहरीन इब्राहिम, मारिया इब्राहिम हैं। एक बेटा मोइन इब्राहिम नवाज है। दाऊद की बड़ी बेटी महरुख इब्राहिम का निकाह पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर जावेद मियांदाद के बेटे जुनैद से साल 2014 में हुआ था। दाऊद की दूसरी बेटी माहरीन का निकाह भी पाकिस्तान मूल के ही अमेरिकी बिजनेसमैन अयूब से हुआ। सबसे छोटी बेटी मारिया का साल 1998 में निधन हो गया था। बेटे ने सोनिया नाम की लड़की से निकाह कर लिया था। दाऊद पांच भाई-बहन हैं। इनमें हसीना पारकर, सईदा पारकर, फरजाना तुंगेकर और मुमताज शेख शामिल हैं।

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कराची में बनाए दो ठिकाने

मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट के बाद दाऊद पाकिस्तान के कराची में जाकर बस गया। यहां अपने रहने और कारोबार के लिए दाऊद ने दो ठिकाने बनाए। कराची के क्लिफ्टन रोड पर स्थित व्हाइट हाउस बंगला दाऊद का पाकिस्तान में परमानेंट ठिकाना है। यहां वो अपने पूरे परिवार के साथ रहता है। इसके अलावा, कराची में ही डिफेंस हाउसिंग कॉलोनी में बंगला नंबर-37 है ये दाऊद का दूसरा ठिकाना है।

नये खुलासे के मुताबिक दाऊद इब्राहिम अब करांची के डिफेंस एरिया में अब्दुल्ला गाजी बाबा दरगाह के पीछे रहीम फाकी के पास रहता है, जिस गली में उसका बंगला है, वह कराची का नो-ट्राइपास जोन है और उस पर पाकिस्तानी रेंजर्स का कड़ा पहरा है। इसके अलावा उसके पास देश की राजधानी इस्लामाबाद और लाहौर में भी कई संपत्तियां है।

दाऊद को आईएसआई का संरक्षण प्राप्त

हाल ही में प्रकाशित हुई कई मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया है कि दाऊद को पाकिस्तानी सेना के साथ ही आईएसआई का संरक्षण प्राप्त है। भारत सरकार का कहना है कि दाऊद से जुड़े तमाम सबूत पाकिस्तान को दिए जाने के बाद भी पाकिस्तान सरकार ना सिर्फ इसे झूठलाती चली आ रही है, बल्कि एक ही राग अलाप रही है कि दाऊद पाकिस्तान में नहीं है। हालांकि, बाद में पाकिस्तान ने खुद कुबूल किया कि दाऊद हमारे यहां हैं। लेकिन कार्रवाई के नाम पर पूरी दुनिया को गुमराह करता रहा।

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दाऊद के पास 14 पासपोर्ट हैं

बताया जाता है कि दाऊद के पास 14 देशों का पासपोर्ट हैं। उसके आतंक की दुकान भारत, पाकिस्तान, ब्रिटेन, जर्मनी, तुर्की, फ्रांस, स्पेन, मोरक्को, साइप्रस, यूएई, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, नेपाल, थाईलैंड, मलेशिया और सिंगापुर तक फैला हुआ है। संयुक्त राष्ट्र की सूची में दाऊद इब्राहिम के 15 उपनाम शामिल हैं- इनमें दाऊद इब्राहिम, शेख दाऊद हसन, अब्दुल हामिद अब्दुल अजीज, अनीस इब्राहिम, अजीज दिलीप, दाऊद हसन शेख इब्राहिम कासकर, दाऊद इब्राहिम मेमन कासकर, दाऊद हसन इब्राहिम कासकर, दाऊद इब्राहिम मेमन, दाऊद साबरी, कासकर दाऊद हसन, शेख मोहम्मद इस्माइल अब्दुल रहमान, दाऊद हसन शेख इब्राहिम, शेख इस्माइल अब्दुल और हिजरत नाम शामिल है।

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डोंगरी से दुबई तक में दाऊद के अलग-अलग नामों का जिक्र

वहीं, दाऊद की जिंदगी पर किताब लिखने वाले एस. हुसैन जैदी अपनी किताब ‘डोंगरी से दुबई तक’ में भी दाऊद के अलग-अलग नामों का जिक्र करते हैं। उन्होने बताया कि शुरुआती दौर में दाऊद को ‘मुच्छड़’ के नाम से जाना जाता था। इसकी वजह उसकी मोटी और घनी मूछें थी। लेकिन भारत से भागने के बाद वह लगातार अपना नाम और पहचान बदलता रहा। कहा जाता है कि हुलिया बदलने के लिए उसने कई बार अपने चेहरे की सर्जरी भी कराई। पाकिस्तान में बसा तो नाम भी बदल लिया। उसके नकली नामों से एक शेख दाऊद हसन भी है। यह नाम पाकिस्तान में उसकी पहचान है।

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दुनिया के सबसे अमीर गैंगस्टरों में से एक

जानी मानी मैग्जिन फोर्ब्स ने 2015 में दाऊद की कुल संपत्ति 6.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान लगाया था। फोर्ब्स के मुताबिक, दाऊद इब्राहिम अब तक के सबसे अमीर गैंगस्टरों में से एक है। अकेले ब्रिटेन में उसके पास 450 मिलियन अमेरिकी डॉलर की संपत्ति है। उसने कई देशों में 50 से अधिक संपत्तियों में निवेश किया है। कुछ रिपोर्टों से पता चलता है कि उसकी कमाई का 40 प्रतिशत तक हिस्सा अभी भी भारत से आता है।

UN ने घोषित किया वैश्विक आतंकवादी

दाऊद इब्राहिम 1993 मुंबई बम विस्फोटों के अलावा 26/11 के आतंकवादी हमलों को अंजाम देने, प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अल कायदा के ओसामा बिन लादेन और अयमान अल-जवाहिरी के साथ करीबी संबंध रखने, 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले और आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग घोटाले समेत अन्य मामलों में भी आरोपी है। दाऊद को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आईएस और अल-कायदा प्रतिबंध समिति ने वैश्विक आतंकवादी घोषित किया है।

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बॉलीवुड से काफी पुराना रिश्ता

आपको जानकर हैरानी होगी कि इस अंडरवर्ल्ड डॉन को फिल्मों का काफी शौक है और इसके पीछे का कारण ये है कि फिल्मों के जरिए दाऊद अपने काले पैसे को सफेद करने का भी काम करता है। वहीं, बॉलीवुड ने भी इस रुपहले पर्दे पर अंडरवर्ल्ड के इस किरदार को बड़ी शिद्दत से दिखाया है। अंडरवर्ल्ड की दुनिया पर बनने वाली फिल्मों में ‘ब्लैक फ्राइडे’ (9 फरवरी, 2007), ‘शूटआउट एट वडाला’ (1 मई, 2013), ‘कंपनी’ (15 अप्रैल, 2002), ‘डी’ (3 जून, 2005), ‘वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई’ (30 जुलाई, 2010), ‘वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई अगेन’ (15 अगस्त, 2013), ‘शूटआउट एट लोखंडवाला’ (25 मई, 2007), ‘डी डे’ (19 जुलाई, 2013) आदि का नाम प्रमुख है। जुर्म की दुनिया के इन रीयल किरदारों दाऊद इब्राहिम, अबू सलेम, छोटा शकील, छोटा राजन, माया डोलस और माण्या सुर्वे को रील पर बखूबी दिखाया गया है।

पाकिस्तान हमेशा नकारेगा दाऊद का अस्तित्व

हालांकि दाऊद इब्राहिम के मारे जाने की घटना को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। वैसे भी अगर ये घटना सच भी है तो भी पाकिस्तान सरकार इस पर कुछ नहीं बोल सकती। दाऊद इब्राहिम अमेरिका तथा भारत द्वारा घोषित मोस्ट वांटेड आतंकवादी है। अगर पाकिस्तान इसका खुलासा करेगा तो दुनिया भर में उसकी किरकिरी होगी। ओसामा बिन लादेन मर्डर में उसकी अंतराष्ट्रीय किरकिरी पहले ही हो चुकी है। पाकिस्तान में अचानक नेटवर्क बंद होना इस बात का संकेत है की पाकिस्तान में कुछ तो बहुत बड़ा गड़बड़ हुआ है।

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