देश के सबसे खराब आर्थिक संकट के बीच सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के आधिकारिक आवास पर धावा बोलकर उनकी हवेली के अंदर से लाखों रुपये बरामद करने का दावा किया है। डेली मिरर अखबार ने बताया कि बरामद धन को सुरक्षा इकाइयों को सौंप दिया गया था। राष्ट्रपति आवास से करोड़ों रुपए मिलने के बाद सवाल उठ रहे हैं, कि क्या गोटाबाया राजपक्षे ने भ्रष्टाचार किए हैं?
बता दें, श्रीलंका पिछले कुछ महीने से वित्तीय और राजनीतिक संकट के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। साल 1948 में स्वतंत्रता मिलने के बाद श्रीलंका में आर्थिक हालात इतने खराब हो चुके हैं देश में महंगाई चरम पर पहुंच गई है। जनता की बुनियादी चीजों की कीमतें आसमान छू रही हैं और लोगों की जरूरतें पूरी कर पाने में वर्तमान सरकार असफल हो गई है। जनता की भूख और महंगाई ने सरकार की नींव हिला दी है।
वहीं शनिवार से जारी विरोध प्रदर्शन के बीच श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने इस्तीफा दिया और अब राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने भी 13 जुलाई को इस्तीफा देने की घोषणा की है। देश में जनता का गुस्सा उबाल पर है और शनिवार से जारी विरोध प्रदर्शन ने अब हिंसक रूप ले लिया है। लोगों ने राष्ट्रपति भवन और पीएम हाउस में आग लगा दी। रक्षा सूत्रों की ओर से राष्ट्रपति राजपक्षे के भागने का दावा किया गया है। इससे पहले 11 मई को तत्कालीन प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे पूरे परिवार के साथ भाग गए थे।