अब तक 99 बच्चों की मौत स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता सियारिल मंसूर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “अभी तक, हमें 20 प्रांतों से 99 मौतों के साथ 206 मामले मिले हैं।” उन्होंने आगे कहा कि एहतियात के तौर पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्वास्थ्य सुविधाओं में सभी हेल्थ से जुड़े कर्मचारियों को अस्थायी रूप से तरल दवा या सिरप नहीं लिखने के लिए कहा है। मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि बच्चों में किडनी इंजरी के मामलों में वृद्धि इस साल जनवरी में शुरू हुई और अगस्त के अंत से इसमें और तेजी आई। उन्होंने कहा, “अगस्त 2022 के अंत से, मंत्रालय और बाल रोग विशेषज्ञ संघ को किडनी इंजरी के बढ़ते मामलों की रिपोर्ट मिली है।”
गांबिया की सिरप में भारत का आया था नाम इंडोनेशिया में रिपोर्ट किए गए ज्यादातर मामलों में 18 साल से कम उम्र के बच्चे शामिल हैं, जिनमें मुख्य रूप से 5 साल से कम उम्र के बच्चे हैं। हालिया बढ़ोतरी से पहले, मंत्रालय ने आम तौर पर एक महीने में किडनी इंजरी के एक या दो मामले देखे थे। इससे पहले अफ्रीकी देश गाम्बिया में कथित रूप से भारतीय कंपनी की सिरप पीने के बाद लगभग 70 बच्चों की मौत हो गई थी, जिसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मेडिकल अलर्ट जारी किया था। हालांकि इंडोनेशियाई खाद्य और औषधि एजेंसी ने कहा कि गाम्बिया में इम्पोर्ट किए जाने वाले सिरप उनके देश में नहीं थे।